Chhattisgarh Assembly Election: सक्ती के सियासी समीकरण में क्या है विनिंग फैक्टर, जानिए यह सीट क्यों है हाईप्रोफाइल ? - सक्ती विधानसभा
Chhattisgarh Assembly Election: छत्तीसगढ़ में इस साल विधानसभा चुनाव है. ईटीवी भारत छत्तीसगढ़ विधानसभा की हर सीट की जानकारी दे रहा है. हम इस सीरीज में विधानसभा सीट की अहमियत, वीआईपी प्रत्याशी, क्षेत्रीय मुद्दे की जानकारी दे रहे हैं. आइए नजर डालते हैं सक्ती विधानसभा सीट पर.
सक्ती विधानसभा सीट
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Published : Aug 12, 2023, 6:54 PM IST
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Updated : Nov 19, 2023, 5:56 PM IST
सक्ती:छत्तीसगढ़ के नवगठित सक्ती जिले में 3 विधानसभा सीट हैं. सक्ती, जैजेपुर और चंद्रपुर ये तीनों विधानसभी सीट सक्ती जिले के अंतर्गत पड़ता है. सक्ती विधानसभा सीट से विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत विधायक हैं. जैजैपुर से बसपा के विधायक केशव चंद्रा और चंद्रपुर से कांग्रेस से रामकुमार यादव विधायक हैं. यानी कि जिले के 2 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है. जबकि 1 पर बसपा का कब्जा है. सक्ती विधानसभा सीट प्रदेश की हाईप्रोफाइल सीट है, क्योंकि यहां से विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत विधायक हैं.
सक्ती विधानसभा सीट को जानिए:सक्ती विधानसभा सीट पर 25 साल से ओबीसी के प्रत्याशी ही विधानसभा चुनाव जीतते आए हैं. अविभाजित मध्यप्रदेश के समय में इस सीट पर राज परिवार का कब्जा हुआ करता था. सक्ती रियासत के राजा सुरेंद्र बहादुर सिंह सक्ती से विधायक और कैबिनेट मंत्री रह चुके है. ओबीसी का दबदबा होने के कारण ही पार्टी इस सीट पर ओबीसी प्रत्याशी ही मैदान में उतारती है. फिलहाल विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत इस विधानसभा सीट के विधायक हैं.
सक्ती विधानसभा सीट पर मतदाताओं की संख्या:सक्ती विधानसभा सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 214046 है. यहां पुरुष मतदाता 108301 हैं, जबकि महिला मतदाता 105744 है. वहीं, थर्ड जेंडर मतदाता इस सीट पर 1 हैं. यानी कि इस सीट पर महिला पुरुष मतदाताओं की संख्या लगभग बराबर है.
2018 के विधानसभा चुनाव में क्या रहा खास ?:सक्ती विधानसभा सीट में साल 2018 में 75 फीसद मतदान हुआ था. कांग्रेस के प्रत्याशी चरणदास महंत को 78058 वोट मिले. वहीं भाजपा प्रत्याशी मेघराज साहू को 48012 वोट मिले. कांग्रेस को 53 फीसद वोट मिले. जबकि भाजपा को 32 फीसद वोट मिले थे. भाजपा प्रत्याशी मेघाराम साहू को चरणदास महंत ने 30 हजार से अधिक वोटों से हराया था.
सक्ती सीट पर ओबीसी वर्ग विनिंग फैक्टर:सक्ती विधानसभा क्षेत्र ओबीसी बाहुल्य विधानसभा सीट है. इस क्षेत्र में 50 फीसद से अधिक ओबीसी वोटर्स हैं. एसटी वर्ग 20 फीसद, एससी और सामान्य वर्ग के लोग करीब 15-15 फीसद के आस-पास हैं. ओबीसी बाहुल्य क्षेत्र होने की वजह से इस विधानसभा से अधिकांश प्रत्याशी ओबीसी समाज से रहे हैं. साल 1998 से 2008 तक भाजपा के मेघाराम साहू इस सीट से विधायक रहे. साल 2008 से 2013 तक कांग्रेस की सरोजा मनहरण राठौर यहां से विधायक रहीं. साल 2013 में फिर से भाजपा के प्रत्याशी खिलावन साहू यहां से विधायक चुने गए. साल 2018 में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चरणदास महंत यहां से चुनाव लड़े. मौजूदा समय में चरणदास महंत यहां के विधायक हैं. यानी कि इस सीट पर निर्णायक की भूमिका में ओबीसी समाज है.
सक्ती में साल 2018 का विधानसभा चुनाव रहा दिलचस्प:सक्ती में विधानसभा चुनाव 2018 काफी दिलचस्प रहा क्योंकि यहां से कांग्रेस के बड़े नेता चरणदास महंत को टिकट मिल गया था. उस समय सक्ती विधानसभा में विधायक बीजेपी के खिलावन साहू थे. उनकी टिकट रिपीट होने की पूरी संभावना थी. हालांकि चरण दास महंत का सक्ती से चुनाव लड़ने की जानकारी के बाद भाजपा ने मेघाराम साहू को चुनावी मैदान में उतारा. लेकिन फिर भी भाजपा हार गई. पिछले बार राजमहल की मदद से महंत ने चुनाव जीता था. हालांकि इस बार कांग्रेस का चुनाव जीतना थोड़ा मुश्किल है. क्योंकि राजमहल से विधानसभा अध्यक्ष के संबधों में दरार की खबरें हैं. !