राजनांदगांव:जब भावेश के गले में जेझल ने वरमाला डाली, तो आसपास के लोग विदेशी दुल्हन को देखते रह गए. बैंड बाजे के साथ बारात निकली तो विदेशी दुल्हन भी खुद को नाचने से नहीं रोक पाई. दूल्हे के साथ बारातियों ने भी खूब डांस किया.
मुलाकात इश्क में बदला और कर लिया शादी का फैसला: भावेश राजनांदगांव के ममता नगर में रहते हैं. उन्होंने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई राजनांदगांव से की है, जिसके बाद मर्चेंट नेवी की तैयारी करने के लिए मुंबई चले गए. जहां उन्होंने 9 माह की ट्रेनिंग की जिसके बाद उन्हें तुर्की में मर्चेंट नेवी की ट्रेनिंग दी गई. जिसके बाद उन्हें कतर में कैप्टन की जॉब मिल गई. कतर में ही उनकी मुलाकात जेझल से हुई और धीरे धीरे मुलाकात इश्क में बदल गई. जिसके 5 साल बाद दोनों ने शादी करने का फैसला किया.
दोनों एक ही कंपनी में करते हैं काम: दोनों एक ही कंपनी में काम करते हैं. प्यार जात पात धर्म देश नहीं देखता. सात समंदर पार से दुल्हन लाने पर भी दोनों परिवार ने खुशी से इन्हें सपोर्ट दिया है. हिंदू रीति रिवाज से राजनांदगांव में दोनों ने शादी की है. यह शादी अब राजनांदगांव में चर्चा का विषय बना हुआ है.