राजनांदगांव:जब मन में कुछ कर गुजरने का जुनून हो तो मंजिल मिल ही जाती है. इसकी एक बानगी ग्राम मोखला के जय मां अम्बे स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने पेश की है. शिवनाथ नदी के किनारे स्थित गोठान में महिलाएं वर्मी कम्पोस्ट बना रही हैं, जिससे उनके जीवन में समृद्धि आ रही है. शासन की गोधन न्याय योजना के माध्यम से वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन का काम मील का पत्थर साबित हो रहा है.
महिला स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष कलिन्द्री साहू ने कहा कि घर की चारदीवारी से निकलकर खुद की पहचान बनाने और आत्मनिर्भर होने के लिए की गई हमारी कोशिश और मेहनत रंग ला रही है. वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन का कार्य वे 10 महिलाओं के साथ शुरू की थी. जिससे संकोच दूर हुआ और आत्मविश्वास बढ़ा है और उनकी तरक्की के रास्ते खुले हैं. उन्होंने आगे बताया कि वे 84 हजार रुपये का केंचुआ अबतक विक्रय कर चुकी है. इसके अलावा वर्मी कम्पोस्ट बनाकर भी ग्रामवासियों को कृषि उद्यानिकी और वन विभाग को भी दे रही है.
गोधन न्याय योजना से मिला गोबर