राजनांदगांव: कहा जाता है पति-पत्नी का रिश्ता बहुत ही अटूट होता है. अग्नि को साक्षी मानकर दोनों सात फेरे लेते हैं और एक-दूसरे का साथ जिंदगी भर निभाने का वादा करते हैं. लेकिन जिले में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसमें एक पत्नी ने अपने पति को रास्ते से हटाने के लिए उसे नक्सली साबित करने की कोशिश की. फिलहाल पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है और मामले की जांच में जुटी है.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बीते 24 जुलाई की रात लालबाग थाना पुलिस को मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि कविराज टोला गांव में एक कार के भीतर नक्सली पैंपलेट और नक्सली सामग्री रखी गई है, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और कार के मालिक पवन ज्ञानचंदानी से पूछताछ की.
वायर, बैटरी समेत अन्य सामान जब्त
इसके बाद पुलिस ने ज्ञानचंदानी के कार की तलाशी ली, जिसमें कार की सीट के नीचे से एक थैले में बिजली का वायर, बैटरी समेत नक्सल सामग्री मिली. साथ ही एक नक्सल पर्चा मिला जिस पर उसे कमांडेंट बताया गया था और उस पर संदेश लिखा गया था कि नक्सल नेटवर्क के किसी भी व्यक्ति को अगर कुछ चाहिए तो वह इनसे संपर्क करें. पुलिस ने कार मालिक पवन ज्ञानचंदानी से बरामद सामान के बारे में पूछताछ की तो उन्होंने सामान को लेकर के कोई जानकारी ना होना बताया.
11 अगस्त को फिर लगाया गया था बैनर
वहीं 8 अगस्त को पैरी नदी के पास और 11 अगस्त को बुद्धूभरदा के श्मशान घाट में नक्सली बैनर लगा मिला. इसके बाद पुलिस अलर्ट हो गई और लगातार इस मामले की तह तक जाने के लिए अलग-अलग लोगों से पूछताछ करती रही. जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि तीनों नक्सली घटनाक्रम की सूचना एक ही व्यक्ति द्वारा दी गई है. तब पुलिस ने मामले की तह तक जाने के लिए कड़ी ढूंढने लगी.