4 दशक से इंतजार
ग्रामीणों की इस चेतावनी के बाद जिला प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं इस मामले में कलेक्टर ने ग्रामीणों को समझाइश देने की बात भी कही है. बता दें कि ग्राम पंचायत मुड़पार के ग्रामीणों की तीन मांगें तकरीबन चार दशकों से अधूरी है. अब तक न तो प्रशासन इस दिशा में कोई पहल कर पाया और न ही कोई जनप्रतिनिधि. ग्रामीणों का कहना है कि उनकी समस्याओं पर न तो जिला प्रशासन कोई पहल करता है और न ही कोई जनप्रतिनिधि. ऐसे में मतदान करने का क्या औचित्य है.
शिवनाथ नदी पर पुल निर्माण की मांग
उनका कहना है कि सरकार केवल विकास की बातें करती है लेकिन विकास के नाम पर कोई काम ही नहीं होता. वह सालों से विचारपुर से दौड़कर के बीच शिवनाथ नदी पर पुल निर्माण की मांग कर रहे हैं जो अब तक अधूरी है वही डूमर भुजा से महाराष्ट्र सीमा में 2 किलोमीटर तक की सड़क की मांग की जा रही है, ये भी अधूरी है. इसके अलावा मुड़पार से हलमकोड़ो नदी से सड़क निर्माण की मांग की जा रही है लेकिन कोई सुनवाई नहीं है. लिहाजा स्थानीय लोगों ने चुनाव में मतदान का बहिष्कार करने की ठान ली है.