राजनांदगांव: जिले के डोंगरगांव ब्लॉक के बुद्धूभरदा गांव में 4 दिन पहले नक्सलियों ने स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा न फहराने को लेकर बैनर पोस्टर लगाए थे. नक्सलियों की इस धमकी का ग्रामीणों ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए उत्साह के साथ गांव में तिरंगा फहराया है. गांव के सरपंच मनोज कुमार शेंडे ने ग्राम पंचायत भवन में ग्रामीणों के समक्ष ध्वजारोहण किया.
ग्रामीणों ने शान से लहराया तिरंगा गांव में तीन स्थानों पर तिरंगा फहराया जाता है. हाई स्कूल प्रांगण, आंगनबाड़ी केंद्र और ग्राम पंचायत भवन इन तीनों स्थानों पर हर साल की तरह इस साल भी तिरंगा झंडा फहराया गया. सबसे पहले प्राथमिक मिडिल और हाई स्कूल के छात्रों ने एक साथ गांव में प्रभात फेरी निकाली और यह प्रभात फेरी जैसे ही ग्राम पंचायत भवन पहुंची यहां गांव के सरपंच की मौजूदगी में तिरंगा फहराया गया. ध्वजारोहण के दौरान सरपंच ने कहा कि नक्सलियों की धमकी से ग्रामीण डरे नहीं है, गांव में डर का कोई माहौल नहीं है. उन्हें लोकतंत्र पर आस्था है और वे आजादी के पर्व को हर्ष और उल्लास के साथ मना रहे हैं.
तिरंगा न फहराने की मिली थी चेतावनी
बता दें कि 11 अगस्त को नक्सलियों ने ग्राम पंचायत बुद्धू भरदा और उसके आश्रित ग्राम कविराज टोलागांव में नक्सल फरमान जारी करते हुए शमशान घाट में बैनर और पोस्टर लगा दिए थे. जिस पर स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गांव में तिरंगा न फहराने को लेकर चेतावनी दी गई थी. नक्सली धमकी मिलने के बाद लालबाग थाना गांव में पुलिस के जवान रात भर सर्चिंग करते रहे वहीं पेट्रोलिंग पार्टी भी लगातार गांव पर नजर रख रही थी. उप निरीक्षक गणेश यादव ने बताया कि नक्सली फरमान को देखते हुए गांव में सर्चिंग बढ़ा दी गई थी.
रात भर अलर्ट रही पुलिस
रात भर की सर्चिंग के बाद पुलिस को कोई भी हरकत देखने को नहीं मिली इस बीच गुरुवार सुबह गांव में जवान दल बल के साथ मौके पर मौजूद रहे और जब तक तिरंगा नहीं फहराया गया वे डटे रहे. ETV भारत की टीम गुरुवार तड़के सुबह तकरीबन छह बजे गांव पहुंची, इस दौरान टीम ने पूरे गांव का जायजा लिया और लोगों से चर्चा भी की. हमसे बातचीत के दौरान ग्रामीणों ने कहा कि वे नक्सल फरमान की परवाह नहीं करते. स्वतंत्रता दिवस आजादी का पर्व है और इसे वे पूरे हर्ष उल्लास के साथ में पहले की तरह ही मनाएंगे.