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स्कूल के पास से शराब दुकान हटाने छात्र-छात्राओं ने राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन

शराब दुकानें खुलने के साथ ही हाई स्कूल के छात्र-छात्राओं की टेंशन बढ़ गई है. राजनांदगांव में स्कूल के पास शराब दुकान खुलने से ग्रामीणों और छात्र-छात्राओं में नाराजगी है. आए दिन क्षेत्र में छेड़छाड़, दुर्घटना, मारपीट जैसी घटनाएं होती रहती हैं. इसके लिए उन्होंने डोंगरगढ़ एसडीएम को राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है.

Liquor shop removal memorandum submitted to Governor
शराब दुकान हटाने राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन

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Published : May 4, 2020, 8:40 PM IST

Updated : May 4, 2020, 10:50 PM IST

राजनांदगांव:सरकार शिक्षा के विकास को लेकर कई दावे करती है, लेकिन जमीन पर ऐसा होता नजर नहीं आता. छत्तीसगढ़ सरकार ने डोंगरगढ़ विकासखण्ड के ग्राम बेलगांव हाई स्कूल से महज 200 मीटर की दूरी पर अंग्रेजी शराब की दुकान खोल दी है. इसके विरोध में स्कूली छात्र-छात्राओं और ग्रामीणों ने एसडीएम डोंगरगढ़ को ज्ञापन सौंपा है.

शराब दुकान हटाने राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन

बेलगांव में सरकारी अंग्रेजी शराब भट्टी का संचालन होता है, जिसके कारण रोजाना छेड़छाड़, दुर्घटना और मारपीट होती रहती थी. समय-समय पर छात्र-छात्राओं और ग्रामीणजन इसका विरोध करते रहे हैं. सैकड़ों बार शराब दुकान का विरोध हो चुका है, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन ही मिलता है. आज फिर एक बार स्कूली छात्र-छात्राओं और ग्रामीणों ने एसडीएम डोंगरगढ़ को राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम पर ज्ञापन सौंपा है.

छात्र-छात्राओं ने की शराब दुकान बंद करने मांग

शराब दुकान बंद किए जाने की मांग को लेकर स्कूली छात्राओं ने मोर्चा खोल दिया है. छात्र-छात्राओं ने ग्रामीणों के साथ एसडीएम कार्यालय पहुंचकर विरोध जताया है. छात्र-छात्राओं की मांग का JCCJ नेता नवीन अग्रवाल और अमर गोस्वामी ने भी समर्थन किया है. जबसे अंग्रेजी शराब की भट्ठी खुली है, तब से यहां पर आए दिन स्कूली छात्राओं से छेड़छाड़, राहगीरों के साथ मारपीट, सड़क हादसा होता रहता था, जिससे कुछ लोगों की जान भी चली गई है. इसके बारे में कई बार अधिकारियों को अवगत कराया गया, लेकिन किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया, सिर्फ झूठा आश्वासन दिया जाता रहा.

भयावह स्थिति होने की संभावना

हमारा देश कोरोना काल से गुजर रहा है. इस कोरोना संक्रमण काल में शराब दुकान के खोलने का निर्णय मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा बन कर उभरेगा.

  • देश में लॉकडाउन के कारण मजदूरों के पास वैसे ही रोजगार नहीं है. शराब दुकान खोले जाने से देश में भुखमरी हो सकती है.
  • जिस उत्साह और लगन से आम आदमी और सामाजिक संगठन लोगों को पका भोजन और अनाज उपलब्ध करा रहे हैं, उनमें भी शराब दुकानें खुलने से निराशा है.
  • शराब दुकान खुलने से घरेलू हिंसा बढ़ने की आशंका बढ़ गई है. जिसके कारण कानून और व्यवस्था पर भी विपरीत प्रभाव के साथ-साथ दबाव बढ़ेगा.

शराब दुकान बंद रखने की मांग

सोचिए अगर कोई कोरोना पॉजिटिव शराब पीकर बाजार या पब्लिक प्लेस में आ जाता है, तो परिस्थिति कितनी भयावह होगी. शराब दुकानों का इस संकट की घड़ी में खोला जाना घातक है. छात्र-छात्राओं और गांववालों ने तुरंत शराब दुकान खोलने का निर्णय वापस लेने की मांग की है.

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छात्र-छात्राओं और ग्रामीणों ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम सौंपे ज्ञापन में कहा है कि ग्राम बेलगांव हाई स्कूल के पास से शीघ्र ही शराब भट्टी हटाई जाए, ऐसा नहीं करने पर आने वाले समय में चक्काजाम किया जाएगा.

Last Updated : May 4, 2020, 10:50 PM IST

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