खैरागढ़/राजनांदगांव:पूरे देश में कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है. छत्तीसगढ़ में भी कोरोना वायरस तेजी से अपने पैर पसारने लगा है. ऐसे में पूरे देश में स्कूल और कॉलेज बंद करने का आदेश केंद्र सरकार ने जारी किया था. छत्तीसगढ़ में भी मार्च से सभी स्कूल और कॉलेजों को बंद किया गया है. सभी परीक्षाएं रद्द कर दी गई थी. 2 महीने से अधिक समय तक स्कूल और कॉलेजों के बंद रहने की वजह से बच्चों की पढ़ाई पर खासा असर देखने को मिल रहा है. मिडिल स्कूल से लेकर हाई स्कूल के बच्चों तक की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. इसे देखते हुए राज्य सरकार ने पढ़ई तुंहर दुआर योजना के माध्यम से ऑनलाइन पढ़ाई की शुरुआत की है. इस क्रम में खैरागढ़ के पिपिरया संकुल के बीईओ और शिक्षकों के माध्यम से इसका सफल संचालन किया जा रहा है.
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खैरागढ़ के पिपरिया संकुल के शासकीय प्राथमिक शाला मुंहडबरी अपनी अनूठी भूमिका निभा रहा है. बीईओ महेश भूआर्य, बीआरसी भगत सिंह ठाकुर,संकुल समन्वयक रामेश्वर वर्मा, विकासखंड नोडल अरविंद भारद्वाज, कमलेश्वर सिंह, कोमल कोठारी, ज्ञानेश्वर यादव, ललित साहू और शेख आजम के मार्गदर्शन में शासकीय प्राथमिक शाला मुंहडबरी में पढ़ई तुंहर दुआर का सफल संचालन किया जा रहा है. मुंहडबरी स्कूल में प्रधान पाठक विकास चोपड़ा, शिक्षक रूपेश कुमार देशमुख, शिक्षिका प्रियंका कटरे मोबाइल के माध्यम से बच्चों को ऑनलाइन पढ़ा रहे हैं.
ऑनलाइन दिया जा रहा होमवर्क
शिक्षक मोबाइल के जरिए बच्चों को कोर्स से जुड़े शिक्षण सामग्री और वीडियो उपलब्ध करा रहे हैं. जिसके बाद बच्चों को ऑनलाइन होमवर्क दिया जा रहा है. बच्चे भी इस ऑनलाइन पढ़ाई में रुचि दिखाने लगे हैं. शिक्षक बताते हैं कि बच्चे अपना होमवर्क पूरी रुचि से करते हैं. छात्रों के होमवर्क को शिक्षक और पीएलसी सदस्य नियमित चेक करते हैं.