राजनांदगांव: राम मंदिर निर्माण के लिए राम भक्त वर्षों से संघर्ष करते आ रहे हैं. देश के अलग-अलग हिस्सों से रामभक्तों द्वारा मंदिर निर्माण के लिए तरह-तरह की कोशिशें की गईं. राम के नाम की ईंटें अयोध्या पहुंचाई गईं, चंदा इकट्ठा किया गया, साथ ही सरकार पर भी मंदिर निर्माण की मंजूरी और जमीन विवाद सुलझाने के लिए दबाव बनाया गया. लिहाजा आज अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए तैयारियां हो रही हैं. अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए अब तक की जद्दोजहद में छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव के एक मंदिर का भी विशेष योगदान है.
सीता-राम नाम का बैंक
राजनांदगांव शहर के एक मंदिर में पिछले 30 वर्षों से सीता-राम नाम का एक बैंक संचालित किया जा रहा है. जिसमें राज्य के अलग-अलग हिस्सों से लोग इस बैंक में राम नाम लिखकर पर्चा जमा कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ के अलावा महाराष्ट्र के लोग भी यहां आते हैं और भगवान राम के मंदिर के लिए इस बैंक का हिस्सा बनते हैं. शहर के सीता-राम बैंक में अब तक करीब 3 लाख से अधिक सीता-राम लिए हुए पर्चे जमा हो चुके हैं, जिसे अयोध्या और गंगा किनारे बसे धार्मिक स्थलों पर भेजा जाता है.
100 साल पुराने मंदिर में है बैंक
सीता-राम के नाम पर जिस बैक का संचालन राजनांदगांव में हो रहा है, वह शहर से करीब 2 किलोमीटर दूर रायपुर नेशनल हाइवे पर स्थित प्रसिद्ध हनुमान मंदिर पर है. मंदिर के पुजारी का कहना है कि यह मंदिर 100 वर्षों से अधिक पुराना है. यहां भक्त सीता-राम नाम लिखे पर्चे लेकर जाते हैं और सीता-राम नाम लिखकर पर्चियों को वापस मंदिर में स्थापित बैंक में जमा कर देते हैं. उन्होंने कहा कि अभी तक 3 लाख से अधिक पर्चियां जमा हो चुकी हैं. इन पर्चियों को अयोध्या और गंगा किनारे बसे धार्मिक जगहों पर भेजा जाता है और सीता-राम नाम की पर्ची को आटा में गूथकर मछलियों को खिलाया जाता है.
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