राजनांदगांव: छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती हर्सोल्लास पूर्वक मनाया गया. शहर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई. छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती का आयोजन पूर्णत गैर राजनीतिक रखा गया था. आयोजन में सभी सामाजिक संस्थाओं की भूमिका सर्वोपरि रही. शोभायात्रा में कांग्रेस-भाजपा नेता कार्यकर्ता सहित अन्य संगठन भी शामिल हुए.
छत्रपति शिवाजी जयंती पर निकली गई शोभायात्रा शिवाजी महाराज के शौर्य और साहस पर आधारित जीवनी को प्रदर्शित किया गया. शोभायात्रा-झांकी हनुमान मंदिर परिसर से आरंभ होकर शहर के अनेक मार्ग से गुजरने के बाद मंदिर परिसर पर सामप्त हुई. यहां उनकी मूर्ति का विसर्जन भी किया गया.
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महान योद्धा शिवाजी
आयोजकों ने बताया कि छत्रपति शिवाजी महाराज मराठा साम्राज्य की शानदार विजय पताका फहराने वाले महान शूरवीर हिन्दू धर्मसंरक्षक थे. छत्रपति शिवाजी एक महान योद्धा भी थे. छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम बाल्यावस्था में भगवान शिव के नाम पर शिवाजी रखा गया था. जब शिवाजी महाराज जन्में तब उनके पिताजी पुणे के निकट जुन्नर नगर के पास शिवनेरी दुर्ग में सहायक के रूप में नियुक्त थे. शिवाजी महाराज का बचपन उनकी माता जीजा बाई के देखरेख में गुजरा था. आयोजकों के अनुसार संस्कारधानी परंपरा अनुरूप भव्यता के साथ छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती के आयोजन पर शहर में पहली बार शोभायात्रा निकाली गई.