राजनांदगांव: शहर में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए किए गए टोटल लॉकडाउन का बड़ा साइड इफेक्ट सामने आ रहा है. शहर में किए गए टोटल लॉकडाउन से रक्षाबंधन के त्योहार में राखी बेचने वाले व्यापारियों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है. शहर में रक्षाबंधन के त्यौहार के लिए राखियों की दुकानें सज कर तैयार हुई थी, कि अब व्यापारियों को अपनी दुकानें समेटनी पड़ गई है. टोटल लॉकडाउन के कारण राखियों की दुकान भी पूरी तरीके से बंद करवा दी गई है, जिसका व्यापारी विरोध कर रहे हैं और व्यापारियों में नाराजगी भी है.
SPECIAL: राखी व्यापारियों पर कोरोना की मार, टोटल लॉकडाउन से सूना पड़ा बाजार - राखी व्यापारियों पर कोरोना संकट
राजनांदगांव में राखी व्यापारी दुकान सजाकर तैयार ही किए थे कि जिला प्रशासन ने लॉकडाउन का फरमान जारी कर दिया. ऐसे में अब लॉकडाउन से राखी व्यापारी परेशानी के राह पर हैं. उनका कहना है कि त्योहार के पहले लॉकडाउन नहीं खुला, तो राखी एक साल के लिए धरी की धरी रह जाएगी. जिससे उनको लाखों का नुकसान होगा.
राखी व्यापारी परेशान
राखी व्यापारी आर्थिक रूप से परेशान
बता दें कि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा होने के कारण जिला प्रशासन ने 23 जुलाई से टोटल लॉकडाउन कर दिया है, लेकिन इस लॉकडाउन का सबसे बड़ा खामियाजा शहर में राखी व्यापारियों को भुगतना पड़ रहा है. जिले में केवल दूध और मेडिकल सुविधाओं को ही खोले जाने की अनुमति दी गई है, शेष दुकानों को पूरी तरीके से बंद रखने के आदेश दिए गया है. इससे राखी व्यापारी अब आर्थिक रूप से परेशान नजर आ रहे हैं.