Rajnandgaon News :राजनांदगांव जिला अस्पताल बना स्वीमिंग पूल , वजह जानकर हैरान रह जाएंगे आप - राजनांदगांव जिला अस्पताल बना स्वीमिंग पूल
Rajnandgaon News राजनांदगांव का एक अस्पताल बना स्वीमिंग पूल. यह देखने सुनने में भले ही अजीब लग रहा हो लेकिन यह हकीकत है.राजनांदगांव जिला अस्पताल में बारिश के मौसम में मरीज के वार्ड से लेकर अस्पताल के दफ्तर तक हर जगह पानी ही पानी नजर आ रहा है.
राजनांदगांव जिला अस्पताल बना स्वीमिंग पूल
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Published : Jun 27, 2023, 5:41 PM IST
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Updated : Jun 28, 2023, 12:14 AM IST
राजनांदगांव जिला अस्पताल बना स्वीमिंग पूल
राजनांदगांव : पहली बारिश में ही राजनांदगांव का एक अस्पताल स्वीमिंग पूल बन गया. दरअसल छत्तीसगढ़ में हो रही पिछले 2 दिनों की बारिश ने जिला अस्पताल को जलमग्न कर दिया है. जिला अस्पताल के महिला और पुरुष वार्ड में बारिश का पानी घुस गया है. जिससे अस्पताल स्टाफ और मरीज सहित मरीज के परिजनों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. दोनों वार्डों में पानी भर जाने के कारण महिला और पुरुष वार्ड को ऊपर के फ्लोर में शिफ्ट किया गया है.
राजनांदगांव में हो रही भारी बारिश में अस्पताल बना स्वीमिंग पूल : बारिश के मौसम में हर साल जिला अस्पताल में पानी भरना आम बात हो गई है.ड्रेनेज सिस्टम खराब होने के कारण अस्पताल के वार्डों में भी पानी घुस गया है.सफाई कर्मी सुबह से ही पानी निकालने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. वहीं मरीजों के मुताबिक पानी वार्डों में घुसने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
''ड्रेनेज सिस्टम नीचे होने के कारण हर साल पानी भर जाता है. जब तक उसकी रिपेयरिंग या उसे अच्छे तरीके से बनवाया नहीं जाएगा तब तक बारिश के दिनों में जिला अस्पताल में पानी घुसेगा. इसके लिए कार्य जारी है.जिन वार्डों में पानी घुसा है. उन वार्डों को हमने ऊपर शिफ्ट कर दिया है. पानी निकालने की कवायद सुबह से सफाई कर्मियों के द्वारा की जा रही है. लेकिन पानी अभी भी वार्डों में और अस्पताल में घुसा हुआ है.'' के के जैन,सिविल सर्जन
हर साल एक ही समस्या आती है सामने :हर साल बारिश के मौसम में जिला अस्पताल जलमग्न हो जाता है. वार्डों में भी पानी भर जाता है. लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के चलते जिला अस्पताल में मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वहीं मेडिकल स्टाफ भी पानी भरने के कारण परेशान रहते हैं. बहरहाल अब देखना होगा कि जिला अस्पताल के ड्रेनेज सिस्टम को कब तक ठीक तरीके से सही किया जाता है और यह समस्या कब तक समाप्त हो पाती है.