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ठीक नहीं है राजनांदगांव के हालात, जल्द फुल हो सकता है कोविड -19 अस्पताल

राजनांदगांव में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिले में रोजाना 50 से ज्यादा पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे हैं. हालात ऐसे बन रहे हैं कि, तकरीबन 1 हफ्ते के अंदर ही कोविड-19 अस्पताल फुल होने के कगार पर आ गया है.

Corona cases increasing in Rajnandgaon
ठीक नहीं है राजनांदगांव के हालात

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Published : Aug 28, 2020, 4:23 PM IST

Updated : Aug 28, 2020, 7:37 PM IST

राजनांदगांव:जिले में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. जिले में हर दिन तकरीबन 50 से ज्यादा मरीज सामने आ रहे हैं. पिछले एक हफ्ते में तकरीबन 300 मरीज सामने आए हैं. जबकि कोविड-19 अस्पताल की क्षमता 250 बिस्तरों की है. ऐसी स्थिति में कोविड-19 अस्पताल कभी भी फुल हो सकता है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग बिस्तरों की संख्या बढ़ाने का दावा कर रहा है, लेकिन अब तक विभाग की कार्रवाई लगभग शून्य है.

राजनांदगांव में लगातार बढ़ रहे है कोरोना के मामले

कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज कराने के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर के अंदर कोविड-19 अस्पताल का निर्माण कराया गया है, जिसकी क्षमता 250 बेड की है. अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज किया जाता है, लेकिन इस अस्पताल में भी पिछले 1 हफ्ते में क्षमता से ज्यादा मरीज भर्ती हो चुके हैं. ऐसी स्थिति में कोविड-19 अस्पताल कभी भी फुल हो सकता है. क्षमता से ज्यादा मरीज आने के कारण ऐसे हालात बन रहे हैं, बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग की तैयारी अब तक शून्य हैं. हालांकि विभागीय अधिकारी अस्पताल में बेड बढ़ाने का दावा तो कर रहे हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है.

एम्स ले रहा सिर्फ सीरियस मरीज

जिले में बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं. सभी पॉजिटिव मरीजों का इलाज अस्पताल में किया जाना है, लेकिन यहां पर कभी भी मरीजों के लिए बेड की संख्या कम पड़ सकती है. ऐसी स्थिति में स्वास्थ्य विभाग के पास वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है. रायपुर एम्स में भी अब सिर्फ संक्रमित मरीज के गंभीर होने पर इलाज के लिए अप्रूवल लेने के बाद ही भर्ती किया जा रहा है. राजनांदगांव से गंभीर मरीजों को एम्स रेफर करने से पहले अप्रूवल लिया जा रहा है. इसके बाद ही गंभीर मरीजों को एम्स रेफर किया जा रहा है.

पढ़ें:COVID-19 UPDATE: छत्तीसगढ़ में कुल मरीजों की संख्या 25 हजार 988

आखिर कैसे होगा इलाज

कोविड-19 अस्पताल के फुल होने की स्थिति में स्वास्थ्य विभाग के पास कोई भी वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है. ऐसे में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है, क्योंकि जिले से रोजाना 50 से ज्यादा मरीज सामने आ रहे हैं और देखते ही देखते स्थिति खराब होती जा रही है. हालात ऐसे बन रहे हैं कि तकरीबन 1 हफ्ते के अंदर ही कोविड-19 अस्पताल फुल होने के कगार पर आ गया है. बता दें कि कोविड-19 अस्पताल की क्षमता 250 बिस्तर की है. ऐसे में विभाग के पास अब कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए अलग से व्यवस्था करने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है.

ऐसे हैं सिर्फ 1 हफ्ते के हालात

  • गुरुवार को 39 मरीज
  • शुक्रवार को 53 मरीज
  • शनिवार को 41 मरीज
  • रविवार को 59 मरीज
  • सोमवार को 60 मरीज
  • मंगलवार को 89 मरीज
  • बुधवार को 46 मरीज
  • गुरुवार को 51 मरीज

ऐसा है स्वास्थ्य विभाग का दावा

कोरोना पॉजिटिव मरीजों के इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी पूरी तरीके से तैयार होने का दावा कर रहे हैं. कोविड-19 अस्पताल में 3 से 4 दिनों के भीतर 300 बेड की व्यवस्था करने की बात कह रहे हैं. वहीं CMHO मिथिलेश चौधरी का कहना है कि 3 से 4 दिनों के अंदर 300 बेड की व्यवस्था मरीजों के लिए की जाएगी. इसके बाद तकरीबन 10 दिनों के अंदर 450 बिस्तरों की व्यवस्था की तैयारी में स्वास्थ्य विभाग लगा है. जल्दी मरीजों के लिए यह सुविधा भी उपलब्ध हो जाएगी.

Last Updated : Aug 28, 2020, 7:37 PM IST

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