राजनांदगांव:जिले में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. जिले में हर दिन तकरीबन 50 से ज्यादा मरीज सामने आ रहे हैं. पिछले एक हफ्ते में तकरीबन 300 मरीज सामने आए हैं. जबकि कोविड-19 अस्पताल की क्षमता 250 बिस्तरों की है. ऐसी स्थिति में कोविड-19 अस्पताल कभी भी फुल हो सकता है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग बिस्तरों की संख्या बढ़ाने का दावा कर रहा है, लेकिन अब तक विभाग की कार्रवाई लगभग शून्य है.
कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज कराने के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर के अंदर कोविड-19 अस्पताल का निर्माण कराया गया है, जिसकी क्षमता 250 बेड की है. अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज किया जाता है, लेकिन इस अस्पताल में भी पिछले 1 हफ्ते में क्षमता से ज्यादा मरीज भर्ती हो चुके हैं. ऐसी स्थिति में कोविड-19 अस्पताल कभी भी फुल हो सकता है. क्षमता से ज्यादा मरीज आने के कारण ऐसे हालात बन रहे हैं, बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग की तैयारी अब तक शून्य हैं. हालांकि विभागीय अधिकारी अस्पताल में बेड बढ़ाने का दावा तो कर रहे हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है.
एम्स ले रहा सिर्फ सीरियस मरीज
जिले में बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं. सभी पॉजिटिव मरीजों का इलाज अस्पताल में किया जाना है, लेकिन यहां पर कभी भी मरीजों के लिए बेड की संख्या कम पड़ सकती है. ऐसी स्थिति में स्वास्थ्य विभाग के पास वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है. रायपुर एम्स में भी अब सिर्फ संक्रमित मरीज के गंभीर होने पर इलाज के लिए अप्रूवल लेने के बाद ही भर्ती किया जा रहा है. राजनांदगांव से गंभीर मरीजों को एम्स रेफर करने से पहले अप्रूवल लिया जा रहा है. इसके बाद ही गंभीर मरीजों को एम्स रेफर किया जा रहा है.
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