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ग्रामीणों के प्रदर्शन ने बंद कराई फैक्ट्री,खेतों के बीच फैक्ट्री संचालन होता था प्रदूषण - इंटक जिला अध्यक्ष आशीष रामटेके

राजनांदगांव में ग्रामीणों ने खेतों के बीच फैक्ट्री के संचालन का विरोध करते हुए कलेक्टर से कार्रवाई की मांग की. राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस के सदस्यों और ग्रामीणों ने इसके खिलाफ जमकर प्रदर्शन करते हुए फैक्ट्री बंद कराए जाने की मांग की, जिसके बाद प्रशासन ने निर्माण कार्य रोकने का आदेश जारी किया है.

Protest by villagers shut down the factory in rajnandgaon
ग्रामीणों के आक्रोश ने बंद कराई फैक्ट्री

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Published : Aug 30, 2020, 2:05 PM IST

राजनांदगांव: जिला मुख्यालय से महज 8 से 10 किलोमीटर दूर खैरागढ़ से परेवाडीह-भाठागांव से तुमड़ीलेवा जाने वाले मार्ग पर एक उद्योगपति ने जोड़-तोड़ लगाकर राईस मिल शुरू करने की इजाजत ली थी. ग्रामीणों ने इस फैक्ट्री का विरोध करते हुए आवाज उठाई कि उनके कृषि कार्य के लिए फैक्ट्री का निर्माण सहीं नहीं है. राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस ने ग्रामीणों की बातों को गंभीरता से लेते हुए विरोध प्रदर्शन किया और जिला अध्यक्ष आशीष रामटेके के नेतृत्व में कलेक्टर टीके वर्मा से मिलकर कार्रवाई की मांग की.

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ग्राम परेवाडीह में राइस मिल खोले जाने की अनुमति के बाद ग्रामीणों के आक्रोश ने आखिरकार प्रशासन को अनुमति निरस्त करने पर मजबूर कर दिया. गौरतलब है कि राजनांदगांव के एक उद्योगपति ने राइस मिल खोलने के लिए आनन- फानन में राजनीतिक स्तर पर जोड़-तोड़ लगाते हुए अनुमति प्राप्त कर ली थी. इस अनुमति में सबसे पहले ग्राम सरपंच को उद्योगपति ने अपने पक्ष में खड़ा कर मजबूती से अपनी बात रखी थी. इसी के आधार पर फैक्ट्री लगाने के लिए ग्राम पंचायत से अनापत्ति प्रमाण पत्र ले लिया गया. ग्रामीणों ने इंटक नेताओं के समक्ष अपनी बात रखते हुए कहा कि अनापत्ति प्रमाण पत्र देने से पूर्व ग्राम पंचायत एवं सरपंच ने ग्रामीणों की राय नहीं ली थी.

प्रशासन को रखा अंधेरे में

इंटक के जिला अध्यक्ष आशीष रामटेके ने फैक्ट्री खोले जाने लिए दिए जाने वाली एनओसी को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन को अंधेरे में रखने की बात कही. उन्होंने ग्रामीणों और अपने साथियों के साथ इस संबंध में कलेक्टर टीके वर्मा से दो टूक यह भी कह दिया कि फैक्ट्री के निर्माण कार्य में रोक नहीं लगाई तो ग्रामीण उग्र आंदोलन करेंगे. किसी भी प्रकार की अनहोनी के लिए जिला प्रशासन जवाबदार होगा. ग्रामीणों और इंटक के मैदान में उतरने से प्रशासन ने कृषकों के हित का ध्यान रखते हुए उक्त अनापत्ति प्रमाण पत्र को निरस्त कर निर्माण कार्य रोकने का आदेश जारी कर दिया है.

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