राजनांदगांव: जिले में शिक्षा का अधिकार अधिनियम की खुलकर धज्जियां उड़ाई जा रही है. निजी स्कूल के संचालक पर मनमानी करते हुए आरटीई के तहत बच्चों को दिए जाने वाले एडमिशन पर अघोषित रूप से रोक लगाने का आरोप लगाया जा रहा है.
आरटीई (शिक्षा का अधिकार) के तहत आरक्षित सीटों पर एडमिशन के लिए बनाए गए वेब पोर्टल में निजी स्कूलों ने अबतक आरक्षित सीटों की जानकारी अपडेट नहीं की है. जबकि पहले निजी स्कूलों की ओर से जारी किए गए रिपोर्ट के आधार पर ही पालकों ने अपने बच्चों के एडमिशन के लिए स्कूलों में आवेदन दिया था. अब निजी स्कूल वाले सीटें नहीं होने का हवाला देकर एडमिशन की प्रक्रिया पूरी नहीं कर रहे हैं. जिले भर में करीब 1 हजार 60 बच्चे आरक्षित सीटों में एडमिशन लेने से वंचित हैं. इसके चलते दूसरे चरण की लॉटरी प्रक्रिया अटकी हुई है.
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