राजनांदगांव: CAA और NRC के विरोध में रविवार को संविधान बचाओ समिति के सदस्यों ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. वहीं मुस्लिम और बौद्ध समाज के लोगों ने भी धरने में इनका साथ दिया. यह धरना जय स्तंभ चौक पर किया गया था.
सीएए और एनआरसी के विरोध में उतरे लोग देशभर में चल रहे CAA और NRC विरोधी मुहिम का असर संस्कारधानी पर भी पड़ने लगा है. 1 दिन पहले जहां लोगों ने दोनों ही कानून के समर्थन में तिरंगा यात्रा निकाली थी, जिसमें शहर के सभी धर्मों के लोग शामिल हुए थे और लोगों ने दोनों ही कानून को अपना समर्थन दिया था. ठीक 2 दिन बाद संविधान बचाओ समिति दोनों ही कानून का विरोध कर रही है.
एनआरसी कानून को देश विरोधी बताया
विरोध प्रदर्शन करते हुए समिति के सदस्यों ने जयस्तंभ चौक पर धरना देते हुए सभा को संबोधित किया, जहां CAA और NRC को देश विरोधी बताया. वहीं वर्तमान में देश के लोगों को इस कानून से क्या फर्क पड़ेगा. इस विषय पर भी अलग-अलग वक्ताओं ने अपने संबोधन के जरिए लोगों के सामने अपनी बात रखी.
भारत के लोग विरोध कर रहे
राजगामी संपदा के अध्यक्ष विवेक वासनिक ने कहा कि 'आज जो संविधान की समीक्षा हो रही है उसके खिलाफ संविधान बचाओ समिति आंदोलन कर रही है. भारत के लोग दोनों ही कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन कुछ खास लोगों को टारगेट कर राजनीतिक लोग अपना हित साधने के लिए हिंदू मुस्लिम की लड़ाई करवा रहे हैं और उस संविधान की समीक्षा की बात की जा रही है, जिसे बाबा साहब अंबेडकर जैसे विद्वान व्यक्तित्व ने निर्माण किया है'. साथ ही उन्होंने कहा कि 'संविधान की समीक्षा ऐसे लोग कर रहे हैं जिनकी डिग्रियों का खुद अता पता नहीं है'.