राजनांदगांव: जिले में कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. लगातार कोविड से संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं. अलग-अलग ब्लॉकों से बुधवार को रिकॉर्ड 447 कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक जिले का यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की माने तो हालात लगातार चिंताजनक बने हुए हैं. अगर स्थिति इसी तरीके से बिगड़ती रही तो जिले में संक्रमण का दायरा लगातार बढ़ जाएगा और हालात काफी खराब होंगे.
कोरोना के बढ़े केस से स्वास्थ्य विभाग परेशान
447 संक्रमित मरीज मिलने से स्वास्थ विभाग के अधिकारियों के भी कान खड़े हो गए हैं. अब ऐसी स्थिति में जिले के लोगों को खास तौर पर संभलने की जरूरत है. क्योंकि वायरस अगर इसी तेजी से फैलता रहा तो जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या और भी बढ़ सकती है. हालात चिंताजनक हो सकते हैं. हालांकि बुधवार को स्वास्थ्य विभाग ने तकरीबन आधा दर्जन कंटेनमेंट जोन तैयार किए हैं. लेकिन इसके बावजूद भी मरीजों की बढ़ती संख्या के चलते स्वास्थ्य विभाग भी चिंता में है और लगातार वैक्सीनेशन किए जाने को लेकर जोर लगा रहा है.
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राजनांदगांव में कोरोना के आंकड़े
जिले में अब तक 22 हजार 692 केस आ चुके हैं. इनमें 20 हजार 718 मरीजों को इलाज के बाद ठीक किया गया है. अब राजनांदगांव जिले में एक्टिव केस की संख्या 1761 है. इसके अलावा संक्रमित मरीजों में 213 मरीजों की मौत हो चुकी है. स्वास्थ्य विभाग लगातार संक्रमण के दायरे को रोकने के लिए प्रयास कर रहा है. लेकिन अब तक संक्रमण की दर में कमी नहीं आई है. लॉकडाउन में छूट देने के बाद से लगातार तेजी से संक्रमण बढ़ा है. कोरोना वायरस का सेकेंड स्ट्रेन काफी तेजी से फैल रहा है. नगर निगम क्षेत्र में 187 मरीज पॉजिटिव आए हैं. इसके अलावा 260 मरीज अलग-अलग ब्लॉकों से संक्रमित हुए हैं.
ग्रामीण इलाकों में ज्यादा फैल रहा कोरोना
कोरोना वायरस की चपेट में अब ग्रामीण इलाके के लोग ज्यादा आ रहे हैं. अलग-अलग ब्लॉकों से लगातार कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं. मंगलवार को आई रिपोर्ट में 321 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं. हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि शहर में भी संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है.
'हाथों को लगातार धोए और मास्क जरूर पहने'
कोरोना के बढ़ते मामले में CMHO मिथलेश चौधरी का कहना है कि ग्रामीण इलाके में लोग मास्क का उपयोग नहीं कर रहे हैं. सोशल डिस्टेंसिंग का भी कम पालन हो रहा है. इसके चलते ग्रामीण इलाकों से लगातार मरीज सामने आ रहे हैं. ग्रामीण इलाकों में संक्रमण बढ़ना 1 तरीके से खतरे की नई घंटी है. इससे लोगों को जागरूकता का परिचय देना होगा और घर से निकलते वक्त मास्क पहनना होगा. उन्होंने लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का अनिवार्य रूप से पालन करने और घर से बाहर निकलने पर मास्क पहनने की अपील की है.