राजनांदगांव:सोमवार देर रात नक्सलियों ने दो अलग-अलग गांवों में जमकर उत्पात मचाया. नक्सलियों ने महिला सरपंच के ससुर और पड़ोसी गांव की महिला उप सरपंच के पति की हत्या कर दी. दोनों को नक्सलियों ने गला रेतकर मार डाला और फिर शव को घर के पास ही फेंककर भाग गए. इसे नक्सलियों के चुनावी बदले से भी जोड़कर देखा जा रहा है. दोनों वारदात मानपुर क्षेत्र की हैं.
महिला सरपंच के ससुर की हत्या
कोका थाना क्षेत्र के काम खेड़ा गांव में सोमवार देर रात बड़ी संख्या में हथियारबंद नक्सली महिला सरपंच के घर में घुस आए. वहां सरपंच के ससुर इंदल शाह मंडावी को नक्सली उठा ले गए और फिर गला रेतकर मार दिया. उनके शव को वहीं घर के पास ही फेंक गए. नक्सली महिला सरपंच के पति को मारने के लिए आए थे. इसकी आशंका से सरपंच और उसका पति पहले ही अपने एक रिश्तेदार के घर चले गए थे.
महाराष्ट्र के बॉर्डर से लगे हैं गांव
महिला सरपंच के ससुर और उपसरपंच के पति की हत्या नक्सलियों ने पंचायत चुनाव लड़ाने के लिए महिला के ससुर को जिम्मेदार बताया और कुल्हाड़ी से वार कर मार डाला. इसके बाद नक्सली पास के गांव मोरारपानी पहुंचे. वहां भी उन्होंने उसी तरह से उप सरपंच के पति धनसाय घावड़े को मार दिया और लाश फेंक गए. दोनों ही गांव महाराष्ट्र बॉर्डर से लगे हुए हैं, हालांकि पुलिस अभी तक उप सरपंच के पति के शव को कब्जे में नहीं ले सकी है.
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पंचायत चुनाव में नक्सलियों ने खड़े किए अपने उम्मीदवार
ये बात भी सामने आ रही है कि दोनों ही हत्याएं राजनीतिक कारणों से हुई हैं. पंचायत चुनाव में नक्सलियों ने अप्रत्यक्ष रूप से अपने उम्मीदवार चुनाव में उतारे थे और विरोध में किसी को भी लड़ने पर जान से मारने की धमकी दी थी. इसके बावजूद कुछ उम्मीदवार उनके विरोध में खड़े हुए और जीत भी गए. इसी के चलते उनकी हत्याएं की जा रही हैं. हालांकि नक्सलियों ने इन पर पुलिस का मुखबिर होने का आरोप लगाया है.
बीजेपी नेता को बताया RSS का नेता
नक्सलियों ने इससे पहले 13 जनवरी को सरपंच पति को मार दिया था. इस दौरान पर्चा फेंककर वारदात की जिम्मेदारी आरकेबी डिवीजन ने ली थी. उनके हवाले से बयान जारी कर भाजपा नेता राजू टांडिया को आरएसएस का नेता बताते हुए जनता से माफी मांगने का फरमान जारी किया. माफी नहीं मांगने पर जान से मारने की चेतावनी दी है.इसके साथ ही 25 अन्य लोगों को भी कथित तौर पर पुलिस का मुखबिर बताते हुए चेतावनी दी गई है. इस मामले में पुलिस का कहना है कि ग्रामीणों की हत्या के पीछे कारण तलाशा जा रहा है, जल्द ही खुलासा होगा सुरक्षा के दृष्टिकोण से बॉर्डर के इलाकों में पहले ही सर्चिंग तेज कर दी गई है.