Navratri 2023: डोंगरगढ़ में मां बम्लेश्वरी मंदिर में शुरू हुई नवरात्र की तैयारियां
Navratri 2023 डोंगरगढ़ में शारदीय नवरात्र को लेकर हलचल शुरू हो गई है. मंदिर समिति ने अपने स्तर पर नवरात्र की तैयारियां शुरू कर दी हैं. गुरुवार को जिला प्रशासन के साथ समिति की बड़ी बैठक है. जिसमें भक्तों को दी जाने वाली सुविधाओं पर चर्चा होगी.
राजनांदगांव:विश्व प्रसिद्ध मां बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़ में नवरात्रि को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है. बम्लेश्वरी मंदिर में हर साल शारदीय नवरात्र पर लाखों श्रद्धालु प्रदेश और आसपास के राज्यों से आते हैं. इसे देखते हुए मंदिर समिति ने भी तैयारी शुरू कर दी है.
5 अक्टूबर को नवरात्र को लेकर अहम बैठक:डोंगरगढ़ के श्री बम्लेश्वरी मंदिर ट्रस्ट के संजीव गोमास्ता ने बताया कि 5 अक्टूबर को मंदिर समिति के साथ जिला प्रशासन की बैठक है. इस मीटिंग में नवरात्रि की तैयारी को लेकर बैठक होगी. जिसमें जिले के कलेक्टर भी शामिल होंगे.
मंदिर समिति ने नवरात्र की तैयारी शुरू कर दी है. हर साल नवरात्र पर लगभग 15 लाख से ज्यादा श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों से आते हैं. इस बार भी नवरात्रि में दर्शन के लिए आने वाले भक्तों की सुविधा के लिए मंदिर समिति की तरफ से विशेष तैयारी की जा रही है. जिसमें विशेष लाइटिंग व्यवस्था, पैदल चलने वालों के लिए विशेष व्यवस्था, मनोकामना ज्योति कलश है. - संजीव गोमास्ता, बम्लेश्वरी मंदिर ट्रस्ट समिति, डोंगरगढ़
मंदिर ट्रस्ट की बैठक में आरोप प्रत्यारोप: इससे पहले रविवार को मंदिर ट्रस्ट की बैठक हुई. जिसमें कई विषयों पर चर्चा की गई. वर्तमान ट्रस्ट पैनल ने बैठक के दौरान पूर्व ट्रस्ट पैनल पर कई गंभीर आरोप लगाए. जो मंदिर कैंटीन, एंबुलेंस के कैश बुक से संबंधित थे. इनका आरोप था कि पुरानी समिति ने एक बार भी मंदिर का बजट पेश नहीं किया जबकि नियमों के मुताबिक हर साल बजट सदस्यों के बीच रखा जाना हैं. साथ ही सदस्यों का भी बिना कारण सदस्यता खत्म करने का आरोप लगाया. इधर पूर्व ट्रस्ट पैनल में मंत्री रहे नवनीत तिवारी ने उनके पैनल पर लगाए गए आरोपों को निराधार बताया.
राजनांदगांव जिले में धर्म नगरी के नाम से प्रसिद्ध डोंगरगढ़ में विश्व प्रसिद्ध मां बम्लेश्वरी देवी विराजती है. छत्तीसगढ़ में पर्यटन के क्षेत्र में डोंगरगढ़ का महत्वपूर्ण स्थान है. डोंगरगढ़ शहर तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं के लिए रेल और रोड दोनों की सुविधा उपलब्ध है. यहां मां बम्लेश्वरी देवी के दो मंदिर है. बड़ी बम्लेश्वरी देवी 1600 फीट ऊपर पहाड़ों पर विराजती है जबकि छोटी मां बम्लेश्वरी देवी नीचे हैं. जहां हर साल चैत्र और शारदीय नवरात्र में लाखों श्रद्धालु मां के दर्शन करने आते हैं.