राजनांदगांव:नक्सली मोर्चे पर अब राजनांदगांव पुलिस ज्वाइंट ऑपरेशन को लेकर के जोर दे रही है. नक्सल मोर्चे पर बेहतर समन्वय बनाने छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश पुलिस के आला अधिकारियों की बैठक में इस बात को लेकर मंथन किया गया है कि नक्सल मोर्चे में राजनांदगांव, कवर्धा और बालाघाट जिले की पुलिस ज्वाइंट ऑपरेशन पर जोर दें जिससे इलाके से जल्द ही नक्सल समस्या को खत्म किया जा सके. नक्सली गतिविधियों को रोकने के लिए ज्वाइंट ऑपरेशन की रूपरेखा तय करने राजनांदगांव के एसपी डी श्रवण, एडिशनल एसपी गोरखनाथ बघेल के अलावा सीमावर्ती थानों के प्रभारी भी बैठक में मौजूद रहे.
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मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ के पुलिस अधिकारियों ने की बैठक
बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश के सीमावर्ती इलाकों में ज्वाइंट ऑपरेशन ज्यादा से ज्यादा चलाने की जरूरत है. नक्सलियों के नए एमएमसी जोन में नक्सलियों की कमर तोड़ने के लिए बालाघाट, कवर्धा और राजनांदगांव पुलिस को तालमेल कर काम करना होगा. इस मामले को लेकर 2 राज्यों के पुलिस अधिकारियों ने बैठक की और इस मामले में गहन मंथन भी किया गया, ताकि आने वाले दिनों में नक्सल मोर्चे पर पुलिस को ज्यादा से ज्यादा कामयाबी मिल सके.
नक्सलियों ने बनाए एमएमसी जोन
नक्सलियों ने बीते कुछ साल में पुलिस की नाक के नीचे काम करते हुए नए एमएमसी जोन का निर्माण किया है. जो राजनांदगांव जिले के समीपवर्ती इलाके से होकर कवर्धा सहित बालाघाट के जंगलों में फैला हुआ है. इस जोन को डेवलप कर नक्सलियों ने अपनी ताकत बनाई है यही वजह है कि पुलिस, नक्सलियों को अब नए एमएमसी जोन में भी करारी शिकस्त देने के लिए प्लानिंग कर रही है.
एमएमसी जोन में पुलिस को मिली सफलता
नए एमएमसी जोन में पुलिस को सफलता मिल चुकी .है पुलिस ने नए जोन के निर्माण होने के बाद इस इलाके से नक्सली जमुना को मार गिराया था. तत्कालीन एसपी कमल लोचन कश्यप के नेतृत्व में चले ज्वाइंट ऑपरेशन के चलते पुलिस को यह सफलता मिली थी. राजनंदगांव पुलिस ने लंबे समय से इलाके में काम करते हुए नक्सली जमुना का लोकेशन ट्रेस किया और फिर मुठभेड़ में लोहा लेते हुए पुलिस ने महिला नक्सली जमुना को मार गिराया था. यह इस जोन में पुलिस की पहली सफलता थी.
नक्सली की डायरी ने किए कई खुलासे
बताया जा रहा है कि गिरफ्तार नक्सली डेविड राजनांदगांव पुलिस को कुछ खास सहयोग नहीं कर रहा है. लंबे समय से इलाज कराने के बाद भी डेविड ने अपना मुंह नहीं खोला है. बावजूद इसके पुलिस डेविड के पास से मिली डायरी के सहारे से नक्सलियों के कई राज खोल रही है. अब 2 राज्यों की पुलिस की बैठक के बाद पुलिस कई जानकारियां साझा करेगी और नए ज्वाइंट ऑपरेशन में इसका उपयोग किया जाएगा.