राजनांदगांव: नियमितीकरण सहित पांच सूत्रीय मांग को लेकर अनियमित कर्मचारी संघ ने शहर के रानी सागर तालाब में जल समाधि लेकर विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा. इस दौरान बड़ी संख्या में अनियमित कर्मचारी संघ के पदाधिकारी मौजूद रहे. वहीं, प्रदर्शन के दौरान अनियमित कर्मचारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कांग्रेस सरकार के ऊपर वादाखिलाफी करने का आरोप लगाया है. मांग पूरी नहीं होने तक प्रदर्शन जारी रखने की बात कही है.
राजनांदगांव में अनियमित कर्मचारी संघ का जल सत्याग्रह, सरकार पर लगाए वादाखिलाफी के आरोप
नियमितीकरण सहित पांच सूत्रीय मांगों को लेकर अनियमित कर्मचारी संघ ने राजनांदगांव के रानी सागर तालाब में जल समाधि लेकर विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी ने मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा है.
जिलाध्यक्ष सुदेश यादव ने कहा कि, उनकी 5 सूत्रीय प्रमुख मांगें हैं
- जिसमें समस्त अनियमित कर्मचारी अधिकारियों को नियमित किया जाए
- 65 वर्ष की आयु तक नौकरी की सुरक्षा प्रदान की जाए
- सिविल सेवा नियम 1965 के तहत निलंबन की प्रक्रिया हो
- विगत 4 से 5 वर्षों में निकाले गए अनियमित कर्मचारियों को बहाली की जाए
- शासकीय सेवाओं में आउटसोर्सिंग ठेका प्रथा को पूर्णता समाप्त कर कर्मचारियों का समायोजन किया जाए.
- अंशकालिक कर्मचारियों को पूर्ण कालीन किया जाए
- 15 अनियमित कर्मचारियों पर गोलबाजार थाना एवं आजाद चौक थाना में पंजीबद्ध केस को वापस लिया जाए.
कर्मचारियों ने कहा कि, प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने जन घोषणा पत्र में अनियमित कर्मचारियों के नियमितीकरण करने, छंटनी ना करने और आउटसोर्सिंग बंद करने घोषणा. करने की बात कही थी. लेकिन प्रदेश की कांग्रेस सरकार सत्ता में आने के बाद अपनी जन घोषणा पत्र से मुकर गई है. साथ ही प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने किसी प्रकार की कोई पहल नहीं की है. जिससे अनियमित कर्मचारियों में असंतोष व्याप्त है. इन्ही मांगों को लेकर आज पूरे प्रदेश में प्रदर्शन किया जा रहा है. सोमवार से काली पट्टी लगाकर कर्मचारी विरोध करेंगे.