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मिल गया निर्दलियों का साथ! राजनांदगांव में सत्ता के करीब कांग्रेस

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Published : Dec 27, 2019, 9:16 AM IST

Updated : Dec 27, 2019, 10:23 AM IST

कांग्रेस राजनांदगांव नगर निगम की सत्ता हथियाने के लिए कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाह रही है इसके लिए शहर कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों ने एक बस के जरिए नगरी निकाय चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर चुनकर आए प्रत्याशियों को राजधानी रवाना किया है.

कांग्रेस प्रत्याशी
कांग्रेस प्रत्याशी

राजनांदगांव: नगर निगम राजनांदगांव में महापौर के पद पर कांग्रेस प्रत्याशी का बैठना लगभग तय हो गया है. पार्टी ने इसके लिए समीकरण बनाते हुए 22 कांग्रेस पार्षदों को एक बस में बैठाकर राजधानी रवाना कर दिया है. वहीं आठ निर्दलीयों को एक अलग गाड़ी में बैठा कर सीएम हाउस ले जाया गया है. माना जा रहा है कि 8 निर्दलीय पार्षदों ने भी कांग्रेस को सशर्त समर्थन दे दिया है.

राजनांदगांव में सत्ता के करीब कांग्रेस

कांग्रेस नगर निगम की सत्ता हथियाने के लिए कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाह रही है इसके लिए शहर कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों ने एक बस के जरिए नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर चुनकर आए प्रत्याशियों को राजधानी रवाना कर दिया है. वहीं निर्दलीय प्रत्याशियों से भी चर्चा की गई थी. इस पर 8 निर्दलीय प्रत्याशियों ने कांग्रेस को सशर्त समर्थन दे दिया है. इस लिहाज से अब नगर निगम में कांग्रेस को बहुमत मिलना लगभग तय हो गया है.

22 सीटें कांग्रेस सीधे तौर पर नगरीय निकाय चुनाव में जीत कर आई थी, अब 8 निर्दलीय पार्षदों के समर्थन से यह आंकड़ा तकरीबन 30 पहुंच जाएगा. जबकि बहुमत के लिए कांग्रेस को केवल 26 पार्षदों की ही जरूरत थी लेकिन निर्दलीयों के एकमुश्त समर्थन से पार्टी को बड़ा बल मिल गया है.

10 लाख नकद एक स्कॉर्पियों!
बताया जा रहा है कि निर्दलीय प्रत्याशियों को समर्थन देने के एवज में 10 लाख रुपए नकद और एक स्कॉर्पियो दिए जाने का ऑफर दिया गया था. जिसे निर्दलीय प्रत्याशियों ने स्वीकार कर लिया है. अब इस स्थिति में कांग्रेस को बहुमत सिद्ध करने में कोई भी दिक्कत सामने नहीं आएगी.

रणनीति बनाते रह गए भाजपाई
मतगणना के बाद 22 सीटों पर कांग्रेस सीधे तौर पर चुनकर आई और 21 सीटों पर भाजपा ने अपना कब्जा जमाया. 8 पर निर्दलीय चुनाव मैदान में जीत कर आए थे. सरकार बनाने के लिए जहां भाजपा को पांच पार्षदों की जरूरत थी. वहीं कांग्रेस को चार पार्षदों की लेकिन इसके बाद भी भाजपा केवल रणनीति बनाती रह गई. बता दें कि भाजपा ने एक दिन पहले ही सभापति के चुनाव के लिए रणनीति तैयार की थी, लेकिन इसके बाद कांग्रेस पार्टी के आला नेताओं ने ऐसा समीकरण बिठाया की अध्यक्ष और सभापति को लेकर भाजपा के सारे गणित फेल होते दिखाई दे रहे हैं.

टूर पर जाने का दावा
कांग्रेस अपने पार्षदों को एक साथ एक स्थान पर लेकर गई है. पार्टी के पदाधिकारी इसे थकान मिटाने के लिए टूर पर जाने की बात कह रहे हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कंवलजीत सिंह पिंटू का कहना है कि पार्षदों को एक साथ टूर पर भेजा जा रहा है, लेकिन इसके साथ ही उन्होंने यह दावा किया है कि नगर निगम में कांग्रेस का महापौर बनना तय है.

Last Updated : Dec 27, 2019, 10:23 AM IST

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