राजनांदगांव: स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने हड़ताल का एलान कर दिया है. बीमा समेत कई मांगों को लेकर कर्मचारी 2 और 3 नवंबर को हड़ताल पर रहेंगे. स्वास्थ्य कर्मचारियों ने इसके लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) को अवकाश के लिए आवेदन दिया है. कर्मचारियों के एक साथ हड़ताल पर जाने की खबर से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की नींद उड़ गई है. वैकल्पिक व्यवस्था को लेकर भी अधिकारी परेशान दिखाई दे रहें हैं. नर्स, वार्ड ब्वॉय, सफाई कर्मचारी के साथ ही एंबुलेंस चालक भी हड़ताल पर रहेंगे.
50 लाख के बीमा की मांग
स्वास्थ्य कर्मचारियों के अचानक हड़ताल पर जाने से एक बार फिर स्वास्थ्य व्यवस्था के चरमराने का खतरा मंडरा रहा है, वर्तमान में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज की व्यवस्था पर भी काफी बुरा प्रभाव पड़ने का अंदेशा है, हालांकि अधिकारी वैकल्पिक व्यवस्था करने की तैयारी में लगे हुए हैं. लेकिन जिले भर के स्वास्थ्य कर्मचारिों के एक साथ हड़ताल पर जाने से स्वास्थ्य सेवा ठप होगी इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता. स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष सत्यम हुमने ने बताया कि कोरोना वॉरियर्स ने 50 लाख के स्वास्थ्य बीमा की मांग की है. इसके अलावा कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद संक्रमित के लिए अलग से बेड की व्यवस्था की मांग भी शामिल है. जिले से तकरीबन 1000 कर्मचारियों ने अब तक अवकाश के लिए आवेदन दिया है. ब्लॉक स्तर पर संगठन की बैठक भी हो चुकी है. पदाधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारी भी सौंपी जा चुकी है.
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स्वास्थ्य विभाग ने वैकल्पिक व्यवस्था बनाने की कही बात
इस मामले में CMHO मिथिलेश चौधरी का कहना है कि कर्मचारियों के 2 दिन तक सामूहिक अवकाश में जाने की सूचना मिलने के बाद से वैकल्पिक व्यवस्था बनाने की तैयारी चल रही है. जिलेभर में स्वास्थ्य विभाग को बेहतर तरीके से संचालित करने के लिए वैकल्पिक तौर पर जो काम किए जा सकते हैं, उनके लिए विधिवत आदेश जारी कर दिए गए हैं.