राजनांदगांव: खैरागढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके में बसे गांव में रविवार को स्वास्थ्य विभाग ने शिविर आयोजित किया. इस दौरान ग्रामीणों के स्वास्थ्य चेकअप किए गए. ग्रामीणों को ये सुविधा साल में एक से 2 बार ही मिला पाती है. ऐसे में बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने इसका लाभ उठाया है. गांव में 2 लोग मलेरिया से पीडित पाए गए हैं. साथ ही कुष्ट रोग और मधुमेह के मरीजों की पहचान हुई है.
बता दें कि, खैरागढ़ ब्लॉक का कटेमा गांव 2 राज्यों की सीमा पर बसा है. गांव में न सड़क है, न बिजली और न ही पानी. इसके साथ ही यह इलाका घोर नक्सल प्रभावित माना जाता है. स्वास्थ्य सुविधाएं भी साल में एक-दो बार ही पहुंच पाती हैं. बारिश के दिनों में गांव में पहुंचना मुश्किल हो जाता है. यही वजह है कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से बारिश से पहले ही स्वास्थ्य शिविर लगाया गया है.
ग्रामीणों को लगाताकर चेकअप कराने की सलाह दी गई है. इसके साथ ही लाेगों को कोरोना संक्रमण से बचाव की भी जानकारी दी गई है. विभाग ग्रामीणों को वायरस के प्रति जागरूक कर रहा है. बचाव के उपाय बतातें हुए विभाग ने ग्रामीणों को मास्क का निशुल्क वितरण भी किया है. शिविर में BMO डॉ विवेक बिसेन के साथ ही बड़ी संख्या में स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे.