राजनांदगांव: पुलिस की कार्रवाई के बाद ठगी के आरोप में गिरफ्तार भाजपा मंडल शहर अध्यक्ष कमलेश कोठले के परिजन भी अपना पक्ष रखने थाने पहुंचे. परिजनों ने कहा कि कमलेश कंपनी का डायरेक्टर नहीं, बल्कि एजेंट था. कंपनी के एमडी तरूण साहू ने उसे बिना बताए ही डायेक्टर के रूप में नामित किया था, जिसकी जानकारी के बाद कमलेश ने विरोध भी किया. कंपनी के काम से उनका कोई लेना-देना नहीं है. यह स्टाम्प में भी है, लेकिन पुलिस ने स्टाम्प को आधारहीन मानते हुए कार्रवाई की है.
परिजनों ने यह भी कहा कि फरवरी 2019 में कंपनी के एमडी तरूण साहू के खिलाफ पांच लोगों ने लिखित शिकायत कर कार्रवाई की मांग की थी. लेकिन सालभर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. अब वर्तमान में पुलिस ने एकाएक मामला दर्ज कर कार्रवाई की है, जो पुलिस की भूमिका पर कई सवाल खड़ा कर रहा है.
नाराज कार्यकर्ताओं ने घेरा थाना
मंडल भाजपा अध्यक्ष कमलेश कोठले नगर पालिका परिषद में पार्षद व नेताप्रतिपक्ष भी हैं. उसकी गिरफ्तारी की सूचना के बाद खैरागढ़ ही नहीं जिलेभर में हड़कंप मच गया. पुलिस की कार्रवाई से नाराज जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह, जिला पंचायत सदस्य घम्मन साहू समेत बड़ी संख्या में मंडल और भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ता थाना पहुंच गए. कार्यकर्ताओं की भीड़ ने थाने को घेर लिया था. इसे लेकर टीआइ लाेमेश सोनवानी के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं की कहासुनी भी हुई, हालांकि कुछ देर बाद चिटफंड कंपनी के ठगी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई का हवाला देने के बाद कार्यकर्ता शांत हुए.
मास्टरमाइंड तरुण साहू फरार
पुलिस ने कंपनी के 7 सदस्यीय बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के 4 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है. ग्रामीणों को राशि दोगुना करने का झांसा देकर लाखों रुपए की ठगी करने के मामले में पुलिस ने जिन 4 लोगों की गिरफ्तारी की है, उनमें भाजपा मंडल शहर अध्यक्ष कमलेश कोठले भी शामिल है. पूरे मामले के मास्टरमाइंड तरुण साहू समेत तीन आरोपी अभी भी फरार हैं.
ग्रामीणों ने भी किया था निवेश