मेहुल मारू ने इस्तीफा दे दिया है. राजनांदगांव : जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है. पार्टी सुप्रीमो रहे अजीत जोगी के करीबी रहे राजनांदगांव जिला अध्यक्ष मेहुल मारू ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफे के बाद उन्होंने चौंकाने वाला खुलासा किया है. उन्होंने कहा कि, 'वर्तमान में अजीत जोगी की पार्टी में भूमिका शून्य हो गई है'
पार्टी से इस्तीफा देने के बाद मारू ने कहा कि, 'पिछले कुछ दिनों से पार्टी की विश्वसनीयता पूरी तरीके से समाप्त हो चुकी है. लोकसभा चुनाव में एक भी उम्मीदवार पार्टी से नहीं उतारना और बार-बार बयान बदलना ये पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए सबसे दुखद पहलू रहा है'.
उन्होंने कहा कि, 'पार्टी के किसी भी फैसले में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के भूमिका दिखाई नहीं देती, पार्टी की नीति सबसे पहले छत्तीसगढ़ प्रथम थी, लेकिन अब केवल अमित जोगी प्रथम बन कर रह गई है. इसके चलते कार्यकर्ताओं में काफी मायूसी का माहौल है'. उन्होंने कहा कि, 'मैं कांग्रेस छोड़कर नए छत्तीसगढ़ निर्माण के लिए अजीत जोगी के साथ जुड़ा था, लेकिन पार्टी के वर्तमान फैसले अमित जोगी के इर्द-गिर्द सिमट चुके हैं. इसके चलते कार्यकर्ता पार्टी से दूरी बना रहे हैं'.
बघेल की तारीफ की
मारू ने इस्तीफे के बाद ईटीवी भारत से चर्चा करते हुए कहा कि, 'प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल वर्तमान में अच्छा कार्य कर रहे हैं. जनता के हित के लिए कार्य कर रहे हैं. इसके लिए उन्हें ब्रिटेन की संसद में भी सम्मान के साथ भाषण देने के लिए आमंत्रित किया गया है. ये छत्तीसगढ़ के लिए गौरव की बात है'.
कांग्रेस में जाने दिए संकेत
उन्होंने कहा कि, 'मैं लंबे समय से कांग्रेस से जुड़ा रहा, इसके चलते कांग्रेस और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ दोनों की नीति एक ही जैसी थी छत्तीसगढ़ प्रथम, लेकिन जनता कांग्रेस इस नीति से भटक गई है. वहीं कांग्रेस आज छत्तीसगढ़ प्रथम नीति को ध्यान में रखकर काम कर रही है'.