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बेमौसम बारिश से बर्बाद हुई सैकड़ों एकड़ चने की फसल

राजनांदगांव में हो रही बेमौसम बारिश ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी है. बता दें, बारिश के कारण किसानों की मटर, लाखड़ी और चने की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है.

crops affected due to Unseasonal rains in rajnandgaon
बेमौसम बारिश ने की चने की फसल बर्बाद

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Published : Mar 12, 2020, 4:37 PM IST

राजनांदगांव:बेमौसम बारिश ने एक बार फिर किसानों की चिंता बढ़ा दी है. तेज बारिश के कारण दलहन और तिलहन की सैकड़ों एकड़ फसल लगभग बर्बाद हो चुकी है. फसल बर्बाद होने से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है. ऐसे में किसान एक बार फिर सरकार की तरफ मदद की आस लिए देख रहे हैं.

बेमौसम बारिश से बर्बाद हुई सैकड़ों एकड़ चने की फसल

किसानों का कहना है कि, जिला प्रशासन ने इस बार उसने दलहन और तिलहन की फसल लेने के लिए कहा था, अब बेमौसम बारिश के चलते उनकी पूरी फसल बर्बाद हो गई है. इससे किसानों को प्रति एकड़ 50 से 60 हजार रुपये का नुकसान उठाना सकता है. ऐसे में जिला प्रशासन और सरकार को उनपर ध्यान देना चाहिए.

खेत में बर्बाद फसल देखता किसान
दरअसल, जिला प्रशासन ने गर्मी के दिनों में पानी की कमी को देखते हुए किसानों से धान की फसल नहीं लगाने को कहा था. प्रशासन ने धान की फसल के बदले किसानों को दलहन और तिलहन की फसल लगाने को कहा था. जो बारिश के कारण बर्बाद हो गई है.

'धान की फसल से होता फायदा'
किसानों का कहना है कि अगर वे इस बार भी धान की फसल लेते तो उन्हें प्रति एकड़ करीब 60 हजार रुपये का फायदा होता, लेकिन जिला प्रशासन के सख्त रवैये के चलते उन्हें दलहन और तिलहन की फसल लेनी पड़ी, जिसके कारण उन्हें बारिश से काफी नुकसान हुआ है. बताया जा रहा है, 50 लाख हेक्टेयर में किसानों ने प्रशासन की बात मानकर इस साल दलहन और तिलहन की खेती की थी, लेकिन बेमौसम बारिश ने किसानों की फसल पूरी तरह से चौपट कर दी है.

फसल बर्बाद
'सर्वे कर रिपोर्ट भेजेंगे'हालांकि इधर, बेमौसम बारिश से तबाह हुई फसलों को लेकर के प्रशासन ने सर्वे कराने के आदेश जारी कर दिए गए हैं. पटवारी हल्का के अनुसार सर्वे का काम भी शुरू हो गया है, जिसमें पटवारी 6-4 का राजस्व प्रकरण बनाकर रिपोर्ट शासन को भेजेंगे. इसके बाद सरकार किसानों को मुआवजा दे सकती है.

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