राजनांदगांव और बिलासपुर में अपराध का ग्राफ घटा, रोड एक्सीडेंट भी हुए कम
Crime Graph Reduced छत्तीसगढ़ पुलिस ने पिछले साल के अपराध के आंकड़े पेश किए हैं.राजनांदगांव और बिलासपुर जिले में अपराध में कमी देखी गई है.Rajnandgaon and Bilaspur Police
राजनांदगांव :राजनांदगांव पुलिस ने पिछले साल हुए जिले में अपराध के आंकड़े पेश किए.जिसमें पुलिस अधीक्षक ने अपराध के साथ एक्सीडेंट के आंकड़े भी जारी किए. साल 2023 में हुए अपराध और निराकृत मामलों के आंकड़े पेश किए. इस दौरान पुलिस अधीक्षक ने वर्ष 2022 की तुलना में वर्ष 2023 में अपराध संख्या कम होने की जानकारी दी.
अपराध की दी जानकारी :साल 2022 में 5195 आपराधिक प्रकरण दर्ज हुए थे.वहीं 2023 में 4265 प्रकरण दर्ज हुए हैं. बीते 1 साल में अपराध में कमी आई है. हत्या के 21 प्रकरणों में 10 प्रकरण निराकृत करने और 38 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है. वहीं एसपी ने हत्या का प्रयास, अपहरण,बलात्कार,डकैती,लूट चोरी जैसे अपराधों के आंकड़े भी पेश किए. जुआ सट्टा,आबकारी एक्ट,संपत्ति संबंधी अपराध,सड़क दुर्घटना की जानकारी दी. 2023 में 14 बदमाशों को जिला बदर किया गया.
सड़क दुर्घटना में आई कमी :सड़क दुर्घटना के मामले में वर्ष 2022 के मुकाबले वर्ष 2023 में 19.68 प्रतिशत कमी आई है. सड़क दुर्घटना में मृत्यु दर 1.02 प्रतिशत कम हुई है. 2022 में सड़क दुर्घटना से 168 लोगों की मृत्यु हुई थी,वहीं वर्ष 2023 में 166 लोगों की मृत्यु हुई है. वहीं घायलों की संख्या में भी कमी आई है. 2022 में 387 लोग घायल हुए और वर्ष 2023 में 286 लोग घायल हुए हैं.
बिलासपुर पुलिस ने पेश किए आंकड़े :बिलासपुर जिले में साल 2023 में कुल 12902 अपराध पंजीबद्ध हुए. जिनमें केवल 931 अपराध लंबित हैं. इस तरह लंबित अपराध का प्रतिशत 7.21 है. पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने बताया कि वर्ष 2023 में कुल 12902 अपराध पंजीबद्ध किए थे. जिनमें केवल 931 अपराध लंबित हैं. लंबित अपराध का प्रतिशत 7.21 है. इस तरह गंभीर अपराध और संपत्ति संबंधी अपराधों में कमी आई है. हत्या के कुल 37 अपराध पंजीबद्ध हुए. जिसमें 34 निराकृत हैं वहीं केवल 3 लंबित हैं.
बिलासपुर में अपराध हुए कम
निजात अभियान से सफलता :निजात अभियान के दौरान कुल आई.पी.सी. के पंजीबद्ध अपराधों में 20 प्रतिशत की कमी आई.इस दौरान मारपीट में 10 प्रतिशत चाकूबाजी में 57 प्रतिशत,आर्म्स एक्ट में 8 प्रतिशत,हत्या के प्रकरण में 47 प्रतिशत, हत्या के प्रयास में 64 प्रतिशत,चोरी नकाबजनी में 23 प्रतिशत,बलात्कार में 35 प्रतिशत, छेड़छाड़, यौन उत्पीड़न में 41 प्रतिशत की कमी आई.
नशे के खिलाफ अभियान :नशे पर शिकंजा कसने के लिये 174 एन.डी.पी.एस. के मामले दर्ज किये गए. जिसमें 240 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. इसमें 1 करोड़ रूपये से अधिक के नशीले पदार्थो को जब्त किया गया. इसी तरह आबकारी एक्ट के तहत 4519 प्रकरण दर्ज किए गए जिसमें 659 आरोपियों को गैर जमानती धारा में जेल भेजा गया.
साइबर अपराधियों को दबोचा :थाना सिविल लाइन के 40 लाख रूपये के ऑनलाईन फ्रांड के मामले में आरोपी को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया गया. थाना सरकंडा के 7 लाख रूपए के ऑनलाइन फ्रांड के मामले में आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया. प्रार्थिया के खाते में 3 लाख रूपये लौटाये जाने का न्यायालय से आदेश मिला है. महादेव एप और ऑनलाईन सट्टा के मामले में 10 लाख रूपए नकद और करोड़ों रूपये के बैंक एकाउंट को सीज किया गया.