राजनांदगांव: शासन प्रशासन कोरोना वायरस की चेन को तोड़ने की कोशिश कर रहा है. पिछले 2 महीने में कोरोना की ये चेन तो नहीं टूटी लेकिन इसने व्यापारियों की कमर तोड़कर रख दी है. लॉकडाउन में मिली कुछ दिन की रियायत ने राहत तो दी, लेकिन राज्य सरकार के आदेश के बाद अब लॉकडाउन फिर से बढ़ा दिया गया है. इसे लेकर व्यापारी वर्ग नाराज है.
त्योहार के सीजन में बाजारों में सन्नाटा व्यापारियों के सामने सिर्फ अपना कारोबार चलाने की समस्या नहीं है बल्कि कर्मचारियों को पेमेंट करना, दुकानों का मेंटेनेंस जैसी कई चीजें हैं. जिसके लिए बाजार खोलना बेहद जरुरी है. व्यापारियों का कहना है कि बार-बार लॉकडाउन होने की वजह से उनके कारोबार में बहुत फर्क पड़ा है. इसे देखते हुए व्यापारियों ने सरकार से लॉकडाउन न बढ़ाने की मांग की है.
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करोड़ों का नुकसान
कुछ दिनों बाद रक्षाबंधन का त्योहार है. इसके बाद जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी जैसे त्योहार एक के बाद एक आने वाले हैं. ऐसे में दुकान बंद होने से व्यापारियों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है. कपड़ा व्यापारियों की मानें तो उन्हें पिछले एक हफ्ते में करीब 50 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. ऐसे में व्यापारी अब सरकार से बाजारों को और छूट दिए जाने की मांग कर रहे हैं.
लॉकडाउन के समर्थन में नहीं हैं व्यापारी
व्यापारी अब लॉकडाउन बढ़ाने के समर्थन में नहीं है. वैसे तो राज्य सरकार ने आगामी 6 अगस्त तक लॉकडाउन बढ़ा दिया है. लेकिन व्यापारी सरकार से इसे और न बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. क्योंकि लॉकडाउन की वजह से कपड़ा बाजार, सराफा बाजार सहित कई कारोबारों को नुकसान हुआ है. अब लॉकडाउन बढ़ता है या नहीं ये तो सरकार पर ही निर्भर है.
व्यापारियों ने लगाए पोस्टर