राजनांदगांव: सिंघोला से करमतरा-सोनेसरार होकर जाने वाली सड़क बेहद जर्जर हो गई है. सड़क की हालत इतनी खराब है कि, रास्ते पर आने-जाने वाले लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं. वहीं विभाग की ओर से मरम्मत के नाम पर केवल खानापूर्ति की जा रही है. राजनांदगांव, सिंघोला से होकर करमतरा-सोनेसरार जाने वाली तकरीबन 10 किलोमीटर की सड़क पूरी तरीके से जर्जर हो चुकी है.
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत यह सड़क साल 2009 में बनी थी और फिर 2015 में इसका संधारण भी हुआ. लेकिन 5 साल की मरम्मत के बाद भी इस सड़क की हालत जस की तस बनी हुई है. ठेकेदार पर मरम्मत के नाम पर केवल खानापूर्ति करने का भी आरोप है. सड़क में जगह-जगह पर गिट्टियां निकल आई हैं. बड़े-बड़े गड्ढे हो चुके हैं. जो बारिश के दौरान लोगों के लिए हादसे का कारण बनते हैं. कई बार इस रास्ते में गंभीर हादसे भी हो चुके हैं. इसके बाद भी जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं.
पीडब्ल्यूडी को हैंडओवर की गई सड़क
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अब इस सड़क को बनाने की जवाबदारी पीडब्ल्यूडी के पास है. इससे पहले ये सड़क प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत आती थी. ग्रामीणों की मानें तो सड़क बनाने की बजाय अधिकारी एक विभाग से दूसरे विभाग सड़क को हैंडओवर देने का खेल खेल रहे हैं. यही कारण है कि पिछले 5 साल से सड़क की मरम्मत नहीं हो सकी.
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स्कूली बच्चों को होती है परेशानी
ग्रामीणों का कहना है कि इस रास्ते से गुजरने में सबसे ज्यादा परेशानी छोटे स्कूली बच्चों को होती है. जो साइकिल से स्कूल तक का सफर तय करते हैं. करमतरा, सोनेसरार और छुईखदान के बच्चे इस रास्ते से होकर गुजरते हैं और अक्सर बारिश के दिनों में दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं. ग्रामीणों ने इस मामले को लेकर कई बार नेताओं से शिकायत भी की. लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला. मामले को लेकर पूर्व जनपद सदस्य महेंद्र साहू का कहना है कि जनपद पंचायत के सामान्य सभा में कई बार इस मामले को अधिकारियों से जवाब तलब किया गया. लेकिन अधिकारियों और ठेकेदारों के चलते अब तक सिंघोला से सोनेसरार जाने वाली सड़क की मरम्मत नहीं हो सकी.