राजनांदगांव : जिले में शासकीय शालाओं में विद्या मितान के रूप में सेवा देने वाले शिक्षकों की नियुक्ति ढाई महीने से अटकी पड़ी है. जून महीने में होने वाली नियुक्ति प्रक्रिया अब तक विभाग ने पूरी नहीं की है, इसके चलते स्कूलों में शिक्षकों की व्यवस्था भी नहीं हो पाई और स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित हो रही है.
राजनांदगांव : ढाई महीने से अटकी पड़ी है विद्या मितानों की नियुक्ति बता दें कि जिला शिक्षा विभाग ने जिले के 91 स्कूलों में शिक्षकों की कमी को देखते हुए विद्या मितान की वैकेंसी निकाली थी, लेकिन अब तक स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की जा सकी है. प्रक्रिया केवल विभागीय पेच में फंसकर रह गई है.
पूर्व नियुक्त शिक्षकों ने उठाए सवाल
विद्या मितान के रूप में 1 साल स्कूलों में अपनी सेवाएं दे चुके शिक्षकों का कहना है कि 'शिक्षा विभाग अब तक विद्या मितान की भर्ती नहीं कर पाया है, जो शिक्षक 1 साल स्कूलों में सेवाएं दे चुके हैं उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है'. इस नियुक्ति में पूर्व में अध्यापन व्यवस्था संभाल चुके शिक्षकों को नियुक्ति में प्राथमिकता देनी है. इस भर्ती में तकरीबन 70 से अधिक शिक्षक ऐसे हैं ,जो पूर्व नियुक्ति में 1 साल अपनी सेवाएं दे चुके हैं.
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कई जिलों में हो चुकी है भर्ती
मामले में शिक्षक सोनम बोरकर का कहना है कि 'कवर्धा, कांकेर, महासमुंद, जैसे जिलों में शिक्षा मितान की भर्ती पूरी हो चुकी है जबकि वहां मेरिट सूची राजनांदगांव से बाद में प्रकाशित की गई है'. इस मामले को लेकर कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य का कहना है कि 'मामले को ETV भारत ने संज्ञान में लाया है. इस मामले में वे आवश्यक कार्रवाई जल्द करेंगे.'