रायपुरः हमारे अच्छे स्वास्थ्य का आधार हमारा आहार है. भोजन से मिलने वाले पोषण पर ही हमारा शारीरिक और मानसिक विकास निर्भर करता है. हमारे देश में कहावत है ‘जैसा खाए अन्न, वैसा हो जाए मन’, और चूंकि मांसाहार (Non Veg) को हमेशा तमसपूर्ण आहार और शाकाहार (Vegetarian) को सात्विक आहार माना जाता है. देश विदेश में शाकाहार आहार (vegetarian food ) के महत्व को जन-जन तक पहुंचाने, उसके फायदों के बारे में आमजन को अवगत कराने तथा जीव हत्या को कम करने के उद्देश्य से हर वर्ष 1 नवंबर को World Vegan day मनाया जाता है.
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स्वास्थ्य तथा जेब दोनों के लिए बेहतर है शाकाहार
पूर्व या पश्चिम दुनिया के हर कोने में लोग अब इस बात को मानने लगे हैं कि शाकाहार ना सिर्फ स्वास्थ्य को बेहतर रखता है, बल्कि हमारी जेब के लिए भी किफायती रहता है. तमाम तरह की सब्जियां, फल, पोषक दालें तथा अनाज ना सिर्फ मांसाहार के मुकाबले सस्ते होते हैं, बल्कि हमारे शरीर को तमाम तरह के पोषक तत्व प्रदान करने में सक्षम भी होते हैं. जिससे व्यक्ति अधिक स्वस्थ रहते हैं. जानकारों की माने तो पश्चिमी देशों में पोषण, नैतिक, पर्यावरण तथा आर्थिक चिंताओं के मद्देनजर लोगों में शाकाहार की प्रसिद्धि बढ़ी है. और बड़ी संख्या में लोग शाकाहार की तरफ आकर्षित हो रहे है. विशेषकर युवा पीढ़ी में शाकाहार एक फैशन की तरह से भी प्रचलित हो रहा है.
बीमारी से दूर रखता है शाकाहार
शाकाहार में संतृप्त वसा, कोलेस्ट्रोल और प्राणी प्रोटीन का स्तर कम होता है. साथ ही उनमें कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, मैग्नीशियम, पोटेशियम और विटामिन सी और डी जैसे एंटी ऑक्सीडेंट तथा फाइटोकेमिकल उच्च मात्र में पाए जाते है. चिकित्सकों की मानें तो शाकाहारी व्यक्ति को अपेक्षाकृत कैंसर, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, मधुमेह टाइप-2, गुर्दे की बीमारी, ओस्टियोपोरोसिस और अल्जाइमर जैसी बीमारियां कम होती है. वहीं लोग यह भी मानते हैं कि मांसाहारियों की अपेक्षा शाकाहारी व्यक्तियों का मूड ज्यादा बेहतर होता है.