बिलासपुर/जशपुर/रायपुर: विश्व आदिवासी दिवस पर छत्तीसगढ़ के कई शहरों में खास आयोजन किया गया. इस मौके पर सीएम भूपेश बघेल ने बिलासपुर में गोंडवाना गोंड महासभा के तत्वाधान में विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम (world tribal day) को संबोधित किया. इससे पहले मुख्यमंत्री ने अंगादेव की पूजा की. यहां बस्तर से आए पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ पहुंचे आदिवासियों के समूह और आदिवासी नृत्य मंडली का सम्मान किया गया. कार्यक्रम में समाज के लगभग 2000 से अधिक लोग सम्मिलित हुए थे. इस मौके पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि राज्य सरकार आदिवासी वर्ग के उत्थान के लिए कई बड़े कदम उठा रही है. सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि "हमारी सरकार आदिवासियों के साथ खड़ी है." इसके अलावा जंगल मे रहने वाले आदिवासियों के जीवन यापन की व्यवस्था, उनके रोजगार को लेकर सरकार लगातार कदम उठा रही है.
"पेसा कानून लागू करने की ओर सरकार अग्रसर": रायपुर में सीएम भूपेश बघेल ने विश्व आदिवासी दिवस पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में पेसा कानून लागू होने के बाद यहां ग्राम सभा का अधिकार बढ़ेगा और इससे आदिवासियों को सरंक्षण मिलेगा. पेसा कानून के नए नियम से ग्राम सभा के 50 प्रतिशत सदस्य आदिवासी समुदाय से होंगे. इस 50 प्रतिशत में से 25 प्रतिशत महिला सदस्य होंगी.'' सीएम बघेल ने दावा किया कि जब से हमारी सरकार बनी है छत्तीसगढ़ में पांच लाख पट्टों का वितरण हुआ है. इसके साथ साथ लघुवनोपज की बिक्री में भी तेजी आई है.
"सीएम ने पुस्तकों का किया विमोचन": मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आदिवासी दिवस के मौके पर रायपुर में आदिम जाति कल्याण की पुस्तकों का विमोचन किया. आदिम जाति अनुसंधान प्रशिक्षण संस्थान द्वारा प्रकाशित ’आदि विद्रोह’ एवं 44 अन्य पुस्तिकाओं का विमोचन किया. मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में वन अधिकार के प्रति ग्राम सभा जागरुकता अभियान के कैलेण्डर, अभियान गीत तथा सामुदायिक वन संसाधन अधिकार (चारगांव जिला कांकेर) के वीडियो संदेश का भी विमोचन (world tribal day in chhattisgarh ) किया.