रायपुर: World television day विश्व टेलीविजन दिवस (21 नवंबर) के अवसर पर हम आपको बताने जा रहे हैं कि टेलीविजन लोगों के जीवन में कितना महत्वपूर्ण है. एक समय जब टेलीविजन का आविष्कार हुआ था. तब चंद मिनट ही इसका प्रसारण होता था. लोग उसका बेसब्री से इंतजार करते थे. लेकिन धीरे धीरे समय बदला और इसके प्रसारण के समय में भी बढ़ोतरी हुई. इतना ही नहीं चंद चैनल से आज सैकड़ों चैनल हो गए हैं. journey and developement of television
जीवन में बढ़ रहा टेलीविजन का हस्तक्षेप: आज आलम यह है कि 24 घंटे 365 दिन टेलीविजन पर विभिन्न चैनलों के माध्यम से देश-विदेश सहित अन्य कई कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाते हैं. आज लोग बिना टेलीविजन के जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं. क्योंकि लोगों के मनोरंजन के साथ साथ सूचना का महत्वपूर्ण साधन भी टेलीविजन है. बच्चे बूढ़े जवान महिला पुरुष सभी टेलीविजन के सामने थोड़ा बहुत समय जरूर बिताते हैं.
बिना टेलीविजन दिन गुजारना है मुश्किल:टेलीविजन ही है जो चंद सेकेंड में ही देश दुनिया की जानकारी लोगों तक पहुंचा देती है. इतना ही नहीं इस पर प्रसारित होने वाले सांस्कृतिक धार्मिक कार्यक्रम भी लोग पसंद करते हैं. इसके अलावा फिल्म धारावाहिक सहित अन्य कार्यक्रम लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. बच्चों के जीवन में भी टेलीविजन महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. जहां एक ओर जानकारी के माध्यम से बच्चों का मानसिक विकास कर रहा है. वहीं कार्टून सहित अन्य कार्यक्रम बच्चों का मनोरंजन भी कर रहे है. इतना ही नहीं टेलीविजन पर प्रसारित होने वाले समाचार भी लोगों को देश दुनिया की जानकारी से घर बैठे अवगत कराते हैं. यही वजह है कि अब लोग बिना टेलीविजन के जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते.
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लोगों के लिए जरूरी है टेलीविजन: हालांकि इस बीच कई ऐसे साधन संसाधन आए जो लोग पसंद कर रहे हैं. इसमें मोबाइल कंप्यूटर सहित अन्य साधन शामिल है. इसके लिए कहीं न कहीं इंटरनेट की आवश्यकता होती है. ऐसे में जिन जगहों पर इंटरनेट नहीं होता वहां लोग इस सुविधा का लाभ नहीं उठा पाते. लेकिन टेलीविजन ऐसा है जो हर जगह काम करता है. चाहे फिर इंटरनेट हो या ना हो. यही वजह है कि आज भी टेलीविजन लोगों को मनोरंजन के साथ साथ सूचना का महत्वपूर्ण साधन बना हुआ है.