रायपुर : छत्तीसगढ़ में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में युवाओं के साथ महिला वोटर्स का दबदबा देखने को मिलेगा. चुनाव आयोग ने वोटर्स की संख्या के जो आंकड़े जारी किए हैं,उसे देखने के बाद आपको भी अंदाजा हो जाएगा कि आगामी विधानसभा चुनाव में क्यों महिला वोटर्स गेम चेंजर्स बनने वाली हैं. हाल ही में राज्य निर्वाचन आयोग ने प्रदेश में वोटर्स की संख्या के आंकड़े जारी किए हैं. जिसमें महिला वोटर्स की संख्या पुरुष वोटर्स से ज्यादा हैं.
कितनी है महिला वोटर्स की संख्या ? :छत्तीसगढ़ राज्य की बात करें तो इस बार वोटर्स की संख्या 2 करोड़ 3 लाख है. इनमें 1.01 करोड़ पुरुष वोटर्स तो 1.02 करोड़ महिला वोटर्स हैं.यानी कुल मतदाताओं में से 50.29 फीसदी महिला मतदाता हैं, जबकि पुरुष मतदाताओं की संख्या 49.70 प्रतिशत है.
क्यों बढ़ी महिला वोटर्स की संख्या ? :छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव में हर बार पिछली बार की तुलना में महिला वोटर्स की संख्या बढ़ती हुई दिखाई देती है. ऐसा इसलिए क्योंकि छत्तीसगढ़ में महिलाओं से जुड़ी योजनाओं में हर सरकार इजाफा करती है. पिछली सरकार में जहां सरस्वती साइकिल योजना, स्काई योजना समेत श्रमिक महिलाओं को सस्ते दरों पर ऋण उपलब्ध कराने की योजना सरकार लाई थी.वहीं इस बार कांग्रेस की भूपेश सरकार ने महिला स्व सहायता समूहों को राज्य की दूसरी योजनाओं से जोड़ा.जिससे उनकी आमदनी बढ़ी.
सरकारी योजनाओं में महिलाओं दबदबा :छत्तीसगढ़ में गौठानों से लेकर आंगनबाड़ी केंद्र तक , बच्चों के स्कूल ड्रेस सिलाई से लेकर मध्यान्ह भोजन, आदिवासी इलाकों में वनोपज की प्रोसेसिंग यूनिट से लेकर दंतेवाड़ा के डेनेक्स के उत्पाद तक प्रदेश में हर काम महिलाओं के हाथ में हैं.सरकार की महत्वाकांक्षी मिलेट कैफे योजना और गढ़ कलेवा में भी महिला शक्ति का दबदबा देखने को मिलता है.ऊपर से नोनी सुरक्षा योजना, महिला समृद्धि बाजार, सरकारी कालेजों में स्नातक तक महिलाओं को मुफ्त शिक्षा, महिला स्व सहायता समूहों को दो लाख रुपए तक ब्याजमुक्त ऋण जैसी योजनाओं ने महिलाओं का भरोसा सरकार पर बढ़ाया है.इसलिए वोटिंग के दौरान महिला बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही हैं.
प्रदेश में कितनी सीटों पर महिला वोटर्स बढ़ें ? : विधानसभा चुनाव 2023 में 59 फीसदी सीटों पर महिला वोटर्स की संख्या बढ़ी है. इनमें से 23 सीटें आदिवासियों के लिए आरक्षित हैं.वहीं दो सीटें एससी वर्ग की हैं. यदि कुल सीटों की बात करें तो 90 में से 53 सीटों में महिला मतदाता पुरुष मतदाओं से ज्यादा हैं.संभाग की बात करें तो बस्तर संभाग की सीटों में महिलाओं का दबदबा है.इस संभाग में सबसे ज्यादा महिलाएं ही वोटिंग करने में आगे हैं.जबकि मैदानी इलाकों में महिलाएं वोटिंग करने में थोड़ी सी पीछे हैं.
बस्तर संभाग- बस्तर, कोंटा, बीजापुर, चित्रकोट,कांकेर,कोंडागांव,नारायणपुर,केशकाल,जगदलपुर,भानुप्रतापपुर,दंतेवाड़ा