रायपुर : छत्तीसगढ़ के नए सीएम विष्णुदेव साय ने 3 दिसंबर 2023 को रायपुर साइंस कॉलेज मैदान में पद और गोपनीयता की शपथ ली.राज्यपाल बिश्वभूषण हरिचंदन ने विष्णुदेव साय को सीएम पद की शपथ दिलाई.इस कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी समेत बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मौजूद थे. इस शपथ ग्रहण समारोह में प्रदेश को दो डिप्टी सीएम भी मिले.पहले बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष और लोरमी विधायक अरुण साव और दूसरे कवर्धा के विधायक विजय शर्मा. विजय शर्मा बीजेपी के फायर ब्रांड नेता के तौर पर जाने जाते हैं.
कवर्धा के झंडा विवाद से मिली लोकप्रियता :छत्तीसगढ़ के कवर्धा में झंडा लगाने को लेकर अक्टूबर 2021 में विवाद हुआ था. मामला हिंसक होने के बाद वहां स्थिति तनावपूर्ण बनी थी.इस विवाद में 70 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी हुई थी.जिसमें विजय शर्मा भी शामिल थे. प्रदेश सरकार ने इसे साजिश बताते हुए बीजेपी की साजिश करार दिया था.इस मामले में विजय शर्मा को भी हिंसा भड़काने के लिए जेल भेजा था.मामला ठंडा होने के बाद विजय शर्मा जेल से बाहर तो आ गए.लेकिन उनकी छवि एक हिंदू वादी नेता के रूप में उभरी.बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में मोहम्मद अकबर के खिलाफ विजय शर्मा को ही मैदान में उतारा.जिसमें विजय शर्मा ने मोहम्मद अकबर को बड़े अंतर से हरा दिया.
हिंदुओं के बीच हुए लोकप्रिय :कवर्धा में विजय शर्मा की छवि जेल जाने के बाद फायर ब्रांड हिंदू नेता के तौर पर बनीं. चुनावी रैलियों में असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ आए.दोनों ही नेताओं ने कवर्धा की जनता से विजय शर्मा के लिए वोट मांगे.साथ ही साथ हिंदू धर्म की दुहाई देते हुए ये भी कहा कि यदि एक बार फिर अकबर आया तो आने वाले सौ साल तक अकबर ही आएंगे. हिमंता बिस्वा का ये भाषण कहीं ना कहीं जनता के मन को भी छू गया.और विजय शर्मा ने पिछला चुनाव सबसे ज्यादा मतों से जीतने वाले नेता को 40 हजार मतों के अंतर से हरा दिया. आईए जानते हैं कौन हैं प्रदेश के डिप्टी सीएम विजय शर्मा