रायपुर: क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एक डिजिटल कैश (Digital Money) प्रणाली है. यह सिर्फ डिजिट के रूप में ऑनलाइन रहती है. इस पर किसी भी देश या सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है.
क्या होती है क्रिप्टोकरेंसी?
Cryptocurrency दो शब्दों से मिलकर बना शब्द है. Crypto लैटिन भाषा का शब्द है. यह cryptography से बना है. इसका मतलब होता है, छुपा हुआ. Currency भी लैटिन के Currentia से आया है. यह रुपये-पैसे के लिए इस्तेमाल होता है. यानी क्रिप्टोकरेंसी का मतलब छुपा हुआ पैसा या गुप्त पैसा या डिजिटल रुपया है. यानी यह मुद्रा का एक डिजिटल रूप है. यह किसी सिक्के या नोट की तरह आपकी जेब में नहीं होता है. यह पूरी तरह से ऑनलाइन होता है.
क्रिप्टोकरेंसी वर्चुअल करेंसी है. इसे डिजिटल करेंसी भी कहा जाता है. Bitcoin एक क्रिप्टोकरेंसी है. हालांकि यह अभी भारत में लीगल नहीं है. सरकार ने ऐसी मुद्रा को मंजूरी नहीं दी है.
दुनिया भर के बैंक क्यों हैं चिंतित?
दुनिया भर के केंद्रीय बैंक, क्रिप्टोकरेंसी को लेकर चिंतित हैं. उन्होंने कहा है कि केंद्रीय बैंक की चिंता मूलतः दो क्षेत्रों को लेकर है. पहला क्रिप्टोकरेंसी को काला धन सफेद करने के लिए एक संभावित जरिया माना जा रहा है. दूसरी चिंता इस मुद्रा के मूल्यांकन को लेकर है. पूर्व डिप्टी गवर्नर ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी को अभौतिक मुद्रा के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस आभासी मुद्रा का मूल्य तय करने वाले पहलुओं के बारे में अभी कुछ ज्यादा पता नहीं है.
संसद के शीतकालीन सत्र में नियमन को लेकर बिल लाएगी सरकार
भारत में अभी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के उपयोग के संबंध में न तो कोई प्रतिबंध है और न ही कोई नियमन की व्यवस्था है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी महीने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की थी और संकेत दिया था कि इस मुद्दे से निपटने के लिये सख्त विनियमन संबंधी कदम उठाये जायेंगे.