रायपुर: आज वो तारीख है जिसे देश में नोटबंदी (Demonetisation) के रूप में जाना जाता है. आठ नवंबर है यानी पांच साल पहले 2016 में आज ही के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने रात आठ बजे देश को संबोधित किया था और 500 और 1000 रुपये के नोटों को अवैध घोषित कर दिया था. यह फैसला जिस वक्त लिया गया, उस वक्त चलन में मौजूद करेंसी का 86 फीसदी हिस्सा इन्हीं दोनों नोटों का था. इन पांच साल के दौरान नोटबंदी की वजह से देश की अर्थव्यवस्था में क्या बदलाव (Changes in Economy of Country) आया? इन बदलाव को कैसे नोटबंदी से ही जोड़ा जाता है?
Demonetisation 2021: नोटबंदी के पांच साल, कैश और डिजिटल ट्रांजैक्शन में क्या आया बदलाव? - Demonetisation 2021
आठ नवंबर को पीएम मोदी ने नोटबंदी की थी. पांच साल के दौरान नोटबंदी की वजह से देश की अर्थव्यवस्था में क्या बदलाव (Changes in Economy of Country) आया? इन बदलाव को कैसे नोटबंदी से ही जोड़ा जाता है?
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नोटबंदी को डिजिटल पेमेंट (Digital Payment) के रूप में बढ़ावा देने के लिए प्रचारित किया गया. नोटबंदी के दौरान सबसे बड़ा वादा सिस्टम में मौजूद बेहिसाब नगदी पर रोक लगाने का किया गया था और यह पैसा सीधे बैंक में जमा कराने के निर्देश दिए गए थे. पीएम मोदी (PM Modi) ने अपने भाषण में पॉलिसी का जिक्र करते हुए कहा था कि करोड़ों रुपये सरकारी अधिकारियों के बिस्तरों या बैगों में भरे होने की खबरों से कौन-सा ईमानदार नागरिक दुखी नहीं होगा? जिन लोगों के पास बेहिसाब पैसा है, उन्हें मजबूरी में इसे घोषित करना पड़ेगा, जिससे गैर-कानूनी लेन-देन से छुटकारा मिल जाएगा.