रायपुर: भारत रत्न सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर के निधन से पूरा देश दुखी है. हर कोई स्वर कोकिला के जाने से गमगीन है. मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में लता मंगेशकर ने आखिरी सांस ली है. वह कोरोना से जूझ रही थी. आज सुबह 8.12 मिनट पर उनका निधन हो गया. वह 92 साल की थीं. उनकी हालत काफी नाजुक थी. उन्हें दोबारा वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया था. लता जी को आठ जनवरी को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लता मंगेशकर ने अपनी फिल्मी जीवन में करीब तीस हजार से अधिक गाने गाए हैं. उन्हें देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. इसके अलावा उन्हें पद्म भूषण, पद्म विभूषण और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से भी नवाजा गया था.
छत्तीसगढ़ में दो दिन का राजकीय शोक घोषित
लता मंगेशकर के निधन से पूरे देश में शोक की लहर है. छत्तीसगढ़ में भी उनके निधन पर शोक व्याप्त है. पूरे राज्य में 6 फरवरी से 7 फरवरी तर दो दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है. इस दौरान प्रदेश के समस्त शासकीय भवनों में राष्ट्रीय ध्वज झुके रहेंगे. तथा शासकीय स्तर पर कोई मनोरंजन और सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होगा. राजकीय शोक के कारण राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में आज शाम किसी भी प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होंगे.