रायपुर:छत्तीसगढ़ कांग्रेस का विवाद दिल्ली दरबार तक पहुंच गया है. दिल्ली में सीएम भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को तलब किया गया. राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर अंपायर की भूमिका निभाई. राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी पी एल पुनिया की मौजूदगी में भूपेश और सिंहदेव से चर्चा की.
पहले यह कयास लगाए जा रहे थे कि इस बैठक में प्रदेश में ढाई-ढाई साल के सीएम के फॉर्मूले पर सस्पेंस खत्म हो जाएगा. लिहाजा सभी की नजरें इस बैठक पर टिकी थीं, लेकिन बैठक के बाद सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की विभिन्न योजनाओं और विकास के मुद्दे पर चर्चा हुई है. वहीं पुनिया ने कहा कि छत्तीसगढ़ में नेतृत्व परिवर्तन पर कोई चर्चा नहीं हुई.
'ढाई-ढाई साल सीएम' का क्लाइमेक्स! दिल्ली दरबार में भूपेश-सिंहदेव, नेतृत्व परिवर्तन पर कोई चर्चा नहीं!
छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार के ढाई साल का कार्यकाल पूरा करने से पहले से ही ढाई-ढाई साल के सीएम के फॉर्मूले की चर्चा होती रही है. लेकिन बैठक में शामिल नेताओं ने साफ कर दिया है कि इस मसले पर फिलहाल कोई चर्चा नहीं हुई है.
छत्तीसगढ़ में कुर्सी की जंग दिसंबर 2018 में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद बघेल और टीएस सिंह देव के साथ ही ताम्रध्वज साहू मुख्यमंत्री पद के प्रमुख दावेदार थे. नई सरकार के गठन के बाद से ही मुख्यमंत्री पद के लिए ढाई साल के फॉर्मूले की चर्चा शुरू हो गई थी. 17 दिसंबर साल 2018 को बघेल ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, तब सिंह देव और साहू ने भी मंत्री पद की शपथ ली थी. राज्य में तब से चर्चा है कि बघेल और सिंह देव के बीच ढाई-