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Vrat Tyohar March 2023 : जानिए मार्च महीने के व्रत और त्यौहार

भारत को त्यौहारों का देश भी कहा जाए तो ये अतिश्योक्ति नहीं होगी. इस देश में कई धर्म और समुदाय के लोग निवास करते हैं. लिहाजा सभी धर्मों से जुड़े व्रत और त्यौहार भी अलग अलग होते हैं. आज हम जानेंगे मार्च महीने के व्रत और त्यौहारों के बारे में.

vrat tyohar 2023
जानिए मार्च महीने के व्रत और त्यौहार

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Published : Feb 28, 2023, 4:26 PM IST

Updated : Feb 28, 2023, 4:51 PM IST

रायपुर : भारत एक ऐसा देश है जहां लोग उम्र, लिंग, जाति और धर्म के बावजूद हर त्योहार को बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं. अलग-अलग संस्कृति, भाषा और धर्म हैं और सभी लोग इस देश में स्वतंत्रता के साथ रहते हैं और प्रत्येक त्योहार का एक बड़ा महत्व है. इसलिए लोग प्रत्येक भारतीय त्यौहार के दिन और तारीख देख सकते हैं और सूची नीचे दी गई है.

त्यौहारों का देश भारत : भारत धर्म, क्षेत्र और भाषा की विविधता वाला देश है. भारत पूरे साल कई तरह के त्योहार मनाने के लिए जाना जाता है. यह एकमात्र ऐसा देश है, जहां लोग हर त्योहार को बड़ी धूमधाम से मनाते हैं, चाहे आपका धर्म कोई भी हो या आप किसी भी समुदाय के हों.कई सांस्कृतिक त्यौहार हैं, जिनकी अलग-अलग रस्में, परंपराएं और मान्यताएं हैं और कई धार्मिक त्योहार हैं जो बहुत महत्व रखते हैं और इन त्योहारों को पूरे देश में उत्साह और उत्साह के साथ व्यापक रूप से मनाया जाता है. लोग उपवास रखते हैं और कई शुभ अवसरों पर पूजा करते हैं

साल के बारह महीनों के अलग अलग दिन और त्यौहार : भारतीय कैलेंडर, जो शक कैलेंडर है, लूनी-सौर प्रणाली पर आधारित है और इसमें स्थानीय भिन्नता है .भारतीय कैलेंडर 12 महीनों का अनुसरण करता है और इसमें प्रत्येक महीने के अलग-अलग नाम हैं जो अंग्रेजी कैलेंडर से अलग हैं. भारतीय कैलेंडर का पहला माह चैत्र और आखिरी फाल्गुन है.

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मार्च महीने के त्यौहार और व्रत :बात यदि मार्च महीने की करें तो इस महीने में हिंदू धर्म का सबसे लोकप्रिय त्यौहार मनाया जाता है. इस त्यौहार का नाम है होली. होली की परंपरा भगवान श्रीकृष्ण के युग से चली आ रही है. भारत में बरसाना और बृज की होली काफी लोकप्रिय है. वहीं मालवा क्षेत्र में रंगपंचमी की धूम देखने को मिलती है. इसी के साथ ही होली के बाद भाई दूज, शीतलाष्टमी, गुड़ी पड़वा और चेट्रीचंद महोत्सव भी मार्च के महीने में मनाया जाता है. मार्च का महीने में ही गणगौर पूजा आती है. इस समय में सुहागिनें 18 दिनों तक व्रत रखकर पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं. वहीं व्रत की बात करें तो मार्च महीने में गणगौर के साथ ही प्रदोष व्रत भी आता है.

Last Updated : Feb 28, 2023, 4:51 PM IST

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