रायपुर :राजधानी रायपुर सहित पूरे प्रदेश में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है. आलम ये है कि अब दुकानों में भी विटामिन सी की टैबलेट का शॉर्टेज देखा जा रहा है. हालांकि कई ब्रांड की विटामिन दवाईयां बाजार में उपलब्ध हैं, लेकिन लोग अपने इच्छा मुताबिक दवाइयां ले रहे हैं, जो कि खतरनाक है. डॉक्टरों की सलाह है कि विटामिन सी की टैबलेट लेने से बेहतर है कि विटामिन C से जुड़े फल और सब्जियां खाएं, ताकि घरेलू उपचार से ही इम्यूनिटी बूस्ट हो न की लोग सप्लीमेंट पर निर्भर रहें.
बाजार में विटामिन C टैबलेट की कमी लोगों का मानना है विटामिन सी शरीर में बीमारियों से लड़ने की ताकत देता है और कोरोना मरीजों के उपचार के दौरान भी डॉक्टरों के द्वारा उन्हें विटामिन सी दिया जा रहा है. यही वजह है कि लोग अब बिना डॉक्टरी सलाह के विटामिन सी की टैबलेट ले रहे हैं. ऐसे में विटामिन सी की बढ़ती मांग को देखते हुए बाजार में अब इन टैबलेट की कमी होने लगी है.
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विटामिन सी टैबलेट की शॉर्टेज
दुकानदारों कहना है कि आम दिनों की अपेक्षा लोग अब ज्यादा विटामिन सी की टैबलेट ले रहे हैं, क्योंकि लोग कोरोना से लड़ने अपने शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए विटामिन सी की टैबलेट सामान्य से ज्यादा मात्रा में खरीद रहे हैं. दुकानदार ने बताया कि ग्राहकों की बढ़ती मांग के कारण कुछ कंपनियों की विटामिन सी की टैबलेट की शॉर्टेज जरूर हुई है, हालांकि अन्य दूसरी कंपनियों की विटामिन सी टेबलेट बाजार में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है.
मौसंबी या संतरे का जूस बेहतर ऑपशन
न्यूट्रिशनिस्ट डॉ सारिका श्रीवास्तव का कहना है कि लोग विटामिन सी की टैबलेट खरीदने की अपेक्षा अन्य खाद्य सामग्रियों से भी इसकी पूर्ति कर सकते हैं. जैसे की गर्म पानी में नींबू डालकर पीने से भी विटामिन सी की कमी दूर हो सकती है. मौसंबी या फिर संतरे के जूस से भी इसकी कमी दूर की जा सकती है. इसके अलावा हरी पत्तेदार सब्जियां खाने से भी शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. ऐसे में लोगों को विटामिन सी की टैबलेट लेने से बचना चाहिए. जरूरी पड़ने पर ही इन टेबलेट का इस्तेमाल करना चाहिए. वह भी डॉक्टर की सलाह के बाद.
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थोक दवा विक्रेताओं से स्टॉक की मांगी जानकारी
पाटनवार सहायक और औषधि नियंत्रक कमल कांत का कहना है कि अचानक से दवा मार्केट में विटामिन सी टैबलेट की आई कमी को देखते हुए प्रशासन भी सतर्क हो गया है. खाद एवं औषधि विभाग ने भी थोक दवा विक्रेताओं से विटामिन सी टैबलेट के स्टॉक के बारे में जानकारी मांगी है. इससे पता चल सके कि विटामिन सी की मांग और आपूर्ति में कितना अंतर है.
क्या कहते हैं आंकड़े- विटामिन C टैबलेट की मांग 10 गुना बढ़ी
- प्रदेश में महीने की खपत 30 से 35 लाख
- बाजार में 3 करोड़ टैबलेट की डिमांड
- रायपुर में 5 लाख टैबलेट की थी खपत
- अब 50 लाख से अधिक की मांग
- सबसे ज्यादा विटामिन C टैबलेट की मांग
बहरहाल कोरोना काल में अचानक बढ़ी मांग के अनुरूप विटामिन सी टैबलेट की आपूर्ति करने में दवा कंपनियों के पसीने छूट रहे हैं. अब देखने वाली बात है कि आने वाले समय में विटामिन सी टैबलेट की आपूर्ति के लिए शासन-प्रशासन की ओर से क्या व्यवस्था की जाती है?