रायपुर:छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक बार फिर से बदलापुर की राजनीति के आरोप लगने शुरू हो गए हैं. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने प्रदेश सरकार पर बदलापुर की राजनीति करने का आरोप लगाया है. विक्रम उसेंडी ने ETV भारत से बात करते हुए बताया कि, 'उनके साथ सरकार ने भेदभावपूर्ण रवैया रखा है.'
5 महीने बाद भी विक्रम उसेंडी को नहीं मिला बंगला विपक्षी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते उन्हें सरकार की ओर से बंगला अलॉट किया गया है, लेकिन 6 महीने बाद भी उन्हें बंगले का पजेशन नहीं मिल पाया है. जबकि उन्होंने दीवाली के एक दिन पहले ही सरकार के आदेश के बाद अपना बंगला खाली कर दिया था.
पांच महीने बाद भी नहीं मिला बंगला
छत्तीसगढ़ में सरकार बदलने के साथ ही लगातार बीजेपी ने सरकार पर बदलापुर की राजनीति का आरोप लगाया है. लंबे समय से इसे लेकर सड़क से लेकर सदन तक बीजेपी ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोला है. विक्रम उसेंडी बस्तर से ताल्लुक रखते हैं और बड़े ही सरल और मिलनसार नेता के रूप में जाने जाते हैं. उन्हें दीवाली के एक दिन पहले ही नोटिस जारी कर बंगला खाली करा दिया गया था और 5 महीने बाद भी बंगला नहीं मिल पाया है.
पत्राचार करने के बाद भी नहीं सौंपा गया बंगला
विक्रम उसेंडी ने बताया कि उन्हें देवेंद्र नगर ऑफिसर कॉलोनी स्थित ई-15 बंगला अलॉट किया गया था, जिसके उनके पास दस्तावेज भी मौजूद है. इसके बावजूद भी उन्हें अब तक बंगला नहीं मिला है. लगातार पत्राचार करने के बाद भी उन्हें बंगले की चाबी नहीं सौंपी गई है.