रायपुर: अतिथि शिक्षक (विद्या मितान) छत्तीसगढ़ के सभी वनवासी जिलों के शासकीय स्कूलों में कई सालों से कार्यरत हैं. 11 सितंबर 2022 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात के दौरान विद्या मितानों को आश्वस्त किया गया था कि इनके स्थान पर नई भर्ती, पदोन्नति एवं स्थानानंतरण से पदस्थापना नहीं की जाएगी. लेकिन स्कूल शिक्षा विभाग एवं लोक शिक्षण संचालनालय रायपुर के आदेश जारी किया है. जिसमें जिस संस्था में अतिथि शिक्षक कार्यरत हैं. उसका पद भरा हुआ मानते हुए नये भर्ती पदोन्नति एवं स्थानानंतरण से पदस्थापना ना की जाये. Raipur latest news. ऐसा किया गया है
प्रदेश के 300 अतिथि शिक्षक को निकाला गया: इन जिलों के जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जिस संस्था में जिस विषय के अतिथि शिक्षक कार्यरत हैं, उस पद को भरा हुआ मानकर cgschool.in पोर्टल में ऑनलाईन दर्ज की गई है. शिक्षक कोड भी जनरेट किया गया है. बावजूद इसके प्रदेश के 300 अतिथि शिक्षक (विद्या मितान) को निकाल (Vidya Mitan will hold agitation) दिया गया है.
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बेरोजगारी और आर्थिक तंगी का दंश झेल रहे विद्या मितानिन: आदेश के खिलाफ स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी स्थानान्तरण सूची में प्रदेश में कार्यरत कई अतिथि शिक्षकों के स्थान पर नियमित व्याख्याताओं का स्थानान्तरण किया गया है. जो कि उन आदेशों के विरूद्ध है. कांग्रेस के चुनावी जनघोषणा पत्र के पेज 35 के अंतिम लाइन में छत्तीसगढ़ के मूल निवासी विद्या मितानों के नियमितीकरण की घोषणा की गई है. अतिथि शिक्षक (विद्या मितान) अपने भविष्य को लेकर चिंतित है. अधिकारियों की मनमानी से 2019 में 300 अतिथि शिक्षक (विद्या मितान) शिक्षक नहीं बन पाये. जो आज तक बेरोजगारी और आर्थिक तंगी झेल रहे है.
शिक्षामंत्री के निवास के घेराव का किया एलान: अधिकारियों के इस कार्यप्रणाली से अतिथि शिक्षकों (विद्या मितान) के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है. जिसके कारण सरकार की अनदेखी से नाराज अतिथि शिक्षकों ने शिक्षामंत्री के निवास का घेराव (agitation demanding regularization) करेंगे.