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रायपुर: विद्या मितानों की पुलिस से झड़प, CM हाउस घेरने की थी तैयारी

रायपुर में विद्या मितान संघ अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर 51 दिनों से हड़ताल पर है. विद्या मितान संघ की एक सूत्रीय मांग नियमितीकरण को लेकर है. सरकार इनकी गुहार नहीं सुन रही है. इससे परेशान होकर विद्या मितानों ने मोर्चा खोल दिया है.

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Published : Dec 16, 2020, 4:31 PM IST

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विद्या मितानों की पुलिस से झड़प

रायपुर:छत्तीसगढ़ मेंविद्या मितान संघ नियमितीकरण की मांग को लेकर 51 दिनों से हड़ताल पर है. कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में सरकार बनते ही विद्या मितानों को नियमित करने का वादा किया था. लेकिन सरकार बनने के 2 साल बाद भी इनको नियमित नहीं किया गया है. अब विद्या मितानों का सब्र टूट गया है. उन्होंने थक हार कर विरोध में रैली निकाली. विद्या मितानों ने मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने की कोशिश की.

विद्या मितानों की पुलिस से झड़प

पढ़ें: VIDEO: विद्या मितान संघ का प्रदर्शन, शिक्षा मंत्री के निवास के घेराव के दौरान पुलिस के साथ धक्का मुक्की

रायपुर के स्मार्ट सिटी ऑफिस के पास विद्या मितान संघ की रैली को पुलिस ने रोक दिया. पुलिस और विद्या मितानों के बीच काफी देर तक हंगामा भी हुआ. पुलिस को हल्का बल भी प्रयोग करना पड़ा. जिसमें कुछ विद्या मितानों को चोटें आईं हैं. इसके पहले 5 दिसंबर को विद्या मितान संघ शिक्षा मंत्री निवास का घेराव करने जा रहे थे. उस समय भी पुलिस ने बीच रास्ते में उन्हें रोक दिया था.

विद्या मितान संघ की पुलिस के साथ हुई झड़प

पढ़ें: विद्या मितान संघ की हड़ताल: 30वें दिन तुलसी विवाह कर जताया विरोध

मुंडन और भीख मांग सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
रायपुर के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर 27 अक्टूबर से विद्या मितान संघ प्रदर्शन कर रहें हैं. सरकार इनकी मांग को नहीं सुन रही है. विद्या मितान 51 दिनों से अलग-अलग तरीकों से सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहें हैं. कभी मुंडन करवाकर भीख मांग रहे हैं. करवा चौथ का उपवास और सिर पर काली पट्टी बांधकर विरोध जता रहें हैं. बावजूद इसके सरकार ने इनकी अब तक कोई सुध नहीं ली है.

विद्या मितानों के पास रोजी-रोटी का संकट
छत्तीसगढ़ में लगभग 2 हजार 516 विद्या मितान हैं. वर्ष 2016 से प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में अपनी सेवाएं दे रहे थे. कक्षा नवमी से लेकर कक्षा बारहवीं तक के बच्चों को पढ़ाने का काम करते थे, लेकिन पिछले 8 महीने से सरकार ने शासकीय स्कूलों से इन्हें निकाल दिया है. अब विद्या मितानों की आर्थिक स्थिति गड़बड़ा गई है. अब इनके सामने रोजी रोटी के संकट के साथ ही परिवार का पालन पोषण करने की चुनौती है. विद्या मितानों को सड़क पर उतरकर अपनी लड़ाई लड़नी पड़ रही है.

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