रायपुर:देशभर के साथ ही छत्तीसगढ़ में भी इस समय टमाटर के साथ ही सभी सब्जियों के दाम काफी बढ़ गए हैं. हालत ये है कि एक किलो लेने वाले अब आधा किलो या पाव भर सब्जी या टमाटर लेकर काम चला रहे हैं. सब्जियों के दाम बढ़ने से जहां दुकानदारों की बिक्री कम हुई हैं वहीं आम आदमी की जेब पर भी बड़ा फटका लग रहा है. सब्जियों के दाम बढ़ने को लेकर बारिश को बड़ा कारण माना जा रहा है.
रायपुर में सब्जियों के दाम:पहले जान लेते हैं रायपुर मंडी में सब्जियों के दाम में कितनी तेजी बनी हुई है. टमाटर 100 रुपये किलो, करेला, बैंगन, पत्ता गोभी, फूल गोभी, गांठ गोभी, मुनगा, भिंडी 60 रुपये किलो मिल रही है. बरबट्टी 80 रुपये किलो मिल रही है. अदरक 200 रुपये किलो है. हरी मिर्च 100 रुपये किलो है. धनिया पत्ती 200 रुपये किलो है. मूली 60 रुपये, चुकंदर 80 रुपये किलो है. कटहल और गिलकी भी 60 रुपये किलो है. भाजी 40 रुपये किलो मिल रही है. इस समय सिर्फ आलू और प्याज के ही दाम कम है. दोनों का रेट 15 रुपये किलो चल रहा है.
क्यों बढ़ रहे टमाटर और सब्जियों के दाम:टमाटर के दाम इस समय 100 से 120 रुपये किलो है. लगभग पूरे देश में टमाटर के दाम बढ़े हुए हैं. थोक बाजार में भी टमाटर का रेट बढ़ हुआ है जिससे लोकल मार्केट में भी टमाटर महंगा मिल रहा है. टमाटर व्यापारी इसके लिए बारिश को एक बड़ा कारण मान रहे हैं. साथ ही उनका कहना है कि लोकल मार्केट में टमाटर की आवक सिर्फ 5 प्रतिशत है जिससे उन्हें दूसरे राज्यों में टमाटर के लिए निर्भर रहना पड़ता है. रायपुर में टमाटर बैंगलोर से मंगाया जाता है. लेकिन बारिश के कारण वहां भी फसल खराब हुई है जिससे माल कम हो गया है और टमाटर के रेट बढ़े हुए हैं. ट्रांसपोर्टेशन चार्ज ज्यादा होने के कारण भी असर पड़ा है.
बारिश के समय फसल की पैदावार कम होने के कारण माल महंगा हो जाता है. डिमांड 50 गाड़ियों की है लेकिन सिर्फ 10 गाड़ियों की मिल रही है जिससे माल कम होने के कारण भी टमाटर के रेट बढ़े हुए हैं. अगले 3 महीने तक लगभग स्थिति यहीं रहेगी. उसके बाद टमाटर के रेट कम होंगे.- मुरली पंजवानी, टमाटर व्यापारी