रायपुर:केंद्र सरकार के नगरनार स्टील प्लांट को निजीकृत करने के निर्णय का ट्रेड यूनियनों ने संयुक्त मंच से विरोध किया है. साथ ही उन्होंने इस फैसले को वापस लेने की मांग की है. यूनियन ने छत्तीसगढ़ विधानसभा में पारित सर्वसम्मत प्रस्ताव का स्वागत भी किया है. ट्रेड यूनियनों के प्रतिनिधियों ने कहा कि नगरनार में निर्माणाधीन इस्पात संयत्र को NMDC से डीमर्ज या अलग करने का अर्थ संयंत्र का निजीकरण करना है.
ट्रेड यूनियन संयुक्त मंच के संयोजक धर्मराज महापात्र ने केंद्र सरकार से इस फैसले को आदिवासियों और देश के जनता के साथ धोखा करार दिया है. इस फैसले को तत्काल वापस लेने की मांग की है. उन्होंने कहा कि इसमें राज्य सरकार की भी भागीदारी है, यह संविधान के तहत संघीय व्यवस्था का खुला उल्लंघन है. आदिवासियों की संपत्ति पर निर्मित इस कारखाने को निजी लूट के लिए बेचने की तैयारी हो रही है. जिसका प्रदेश के मजदूर वर्ग जोरदार विरोध करेंगे. यूनियन के नेताओं ने कहा कि आदिवासियों की जमीन पर आम जनता के पैसे से निर्मित इस संपत्ति को केंद्र सरकार NMDC के बजाय निजी हाथों में सौंपने का काम कर रही है. जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
पढ़ें:केंद्र ने नगरनार स्टील प्लांट बेचा तो राज्य सरकार खरीदेगी, विधानसभा में संकल्प पारित