रायपुर: केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल नया रायपुर में आयोजित एक भारत श्रेष्ठ भारत के आयोजन में शामिल हुए. छत्तीसगढ़ के मंत्री ताम्रध्वज साहू और अरमजीत भगत ने उनसे मुलाकात की और राम वन गमन पथ पर चर्चा की. केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि भारत के राम थे, भारत के राम हैं और भारत के राम रहेंगे.
राम वन गमन पथ की योजना पर मंत्रालय काम कर रही केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि राम वन गमन पथ की योजना पर मंत्रालय काम कर रही है. इसके लिए 7 राज्यों के मुख्यमंत्री से बात हुई है, 300 लोकेशन की पहचान की गई है. अगर स्थानों को लेकर राज्यों को कोई आपत्ति है तो उसे बदल देंगे. 2010 में राम वन गमन पर भारत संस्कृति मंत्रालय ने एडिट किया है. मैंने भी उन 7 राज्यों को जहां जहां से राम वन गमन पथ का रास्ता जाता है, सभी चीफ मिनिस्टर को पत्र भी लिखा है और सूची भी दी है.
कोरोना के चलते टूरिज्म को काफी नुकसान: प्रहलाद पटेल राज्यों को असहमति का अधिकार
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि राज्य सरकार को स्थानों को लेकर असहमति के लिए एक महीने का वक्त दिया है. अगर कोई सरकारी संपत्ति दिखाती है तो उस स्थान को छोड़ दिया जाएगा. अन्यथा पूरे 300 स्थान है जिसे संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार की ओर से शिलालेख लगाकर वहां पर जानकारी जुटाई जा रही है.
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'नक्सलिज्म का परसेप्शन को तोड़ना हम सबकी जिम्मेदारी'
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का परसेप्शन है, उसे तोड़ना जरूरी है. ये हम सबकी जिम्मेदारी है. प्रहलाद पटेल कहते हैं कि बालाघाट, बस्तर, सरगुजा सभी नक्सल प्रभावित इलाके रहे हैं. इन क्षेत्रों में पर्यटन के हिसाब से डेवलप करने से नक्सल समस्या पर भी काफी हद तक राहत मिल सकती है. सरकार को कानून व्यवस्था पर ध्यान देना है.
कोरोना के चलते टूरिज्म को काफी नुकसान: प्रहलाद पटेल
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोरोना के चलते टूरिज्म सेक्टर को काफी नुकसान हुआ है. अब हमें आगे देखना है कि किस तरह से आपदा को अवसर में बदला जा सकता है. सिरपुर को लेकर उन्होंने कहा कि सिरपुर का नक्शा पहले से काफी बदल गया है. पहले से यहां पर सुविधाओं में काफी विकास हुआ है.
'छत्तीसगढ़ और गुजरात की जोड़ी'
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि एक भारत श्रेष्ठ भारत के तहत छत्तीसगढ़ और गुजरात के बीज कला संस्कृति खेल पर्यटन आदि के आदान-प्रदान का सिलसिला शुरू किया गया है. इसके लिए दोनों सरकारों के बीच गुजरात के कच्छ में एक समझौता भी 2017 में हुआ था. छत्तीसगढ़ और गुजरात के बीच होने वाली विभिन्न गतिविधियों का सिलसिला जारी है. गुजरात में समुद्र है तो छत्तीसगढ़ में जंगल है. दोनों पर्यटन के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण हैं. इको डॉमेस्टिक टूरिज्म रोड शो के लिए दोनों राज्यों की जोड़ी बनाई गई है. छत्तीसगढ़ को गुजरात के साथ जोड़ा गया है. केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश से लगाव काफी ज्यादा है. छत्तीसगढ़ में जैसा जंगल है वैसे भारत में कहीं नहीं है.
पर्यटन मंडल की जनसंपर्क अधिकारी अनुराधा दुबे ने बताया कि छत्तीसगढ़ और गुजरात के बीच होने वाली गतिविधियों का सिलसिला लगातार जारी है. इस योजना के तहत अब तक गुजरात और छत्तीसगढ़ के बीच लगभग 65 से अधिक गतिविधियों का आदान-प्रदान हो चुका है. इसमें प्रमुख तौर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम मेला महोत्सव, रोड शो, शिक्षा, खेल, पर्यटन एवं कृषि संबंधित गतिविधियां शामिल हैं. इसके अलावा दोनों राज्यों में एक दूसरे की भाषा एवं बोली को बढ़ावा देने के लिए स्कूल एवं कॉलेजों में प्रमुख तौर पर कार्य किए जा रहे हैं.
पर्यटकों को सारी जानकारी डिजिटल तरीके से देने पर फोकस
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि गूगल के साथ भी लगातार मीटिंग चल रही है, जिससे लोगों को इस चीज की जानकारी मिल सके कि कौन सी जगह पर कितने होटल कितने पेट्रोल पंप और रेस्टोरेंट्स हैं सारी जानकारी पर्यटकों को ऑनलाइन मिल जाएगी.