रायपुर: संकष्टी चतुर्थी समस्त संकटों को, विघ्नों को दूर करने वाले गणेश भगवान के लिए मनाया जाता है. संकष्टी चतुर्थी का व्रत करने से भगवान गणेश जल्द प्रसन्न होते हैं. आज वैशाख कृष्ण पक्ष चतुर्थी रविवार को विशाखा नक्षत्र सिद्धि योग विष्कुंभ और बवकरण तुला और वृश्चिक राशि के प्रभाव में संकष्टी चतुर्थी मनायी जा रही है. इस दिन सुबह भद्रा भी 9:35 बजे खत्म हो जाएगी. इसके साथ ही संकष्टी चतुर्थी व्रत का पालन करें. सुबह स्नान, ध्यान, योग आदि से निवृत्त होकर भगवान गणेश जी को स्मरण करते हुए उनकी पूजा आराधना करें. इस दिन व्रत करने पर गणेश जी समस्त कामनाओं को पूर्ण करते हैं.
चंद्रमा देखने के बाद तोड़ा जाता है व्रत: गणेश भगवान विघ्न-बाधाओं को हर लेते हैं. इस शुभ दिन चंद्र दर्शन का विशेष महत्व है. चंद्र दर्शन के उपरांत ही व्रत तोड़ा जाता है. सुबह उठकर लाल कपड़े या श्वेत कपड़े पहनकर भगवान गणेश जी की प्रतिमा को जल गंगाजल से स्नान कराना चाहिए. साथ ही दूध, दही, पंचामृत, चंदन, वंदन, रोली, कुमकुम, सिंदूर, परिमल, अबीर, गुलाल, अक्षत, श्वेत पुष्प, सभी तरह के सुंदर पुष्प धूप आदि से भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है. भगवान श्री गणेश जी को मगज के लड्डू, मोदक के लड्डू, बेसन, बूंदी आदि के लड्डू अर्पित किए जाते हैं. साथ ही ऋतु फल केला, सेब, अंगूर, मोसमी फल आदि फल अर्पित किए जाते हैं."