रायपुर:कैंसर एक घातक रोग है. कैंसर की बीमारी को लेकर एक सबसे बड़ी समस्या यह है कि इस बीमारी के लक्षण आखिरी स्टेज में पता लगते हैं जिसकी वजह से कई बार मरीज की जान चले जाती है. अगर वक्त पर कैंसर की बीमारी का पता चल जाए तो इसका इलाज संभव है. 4 फरवरी वर्ल्ड कैंसर डे के रूप में मनाया जाता है. आइए जानते कैंसर किन-किन स्वरूपों में होता है और इसके लक्ष्ण व बचाव क्या है.
कैंसर के प्रकार :
त्वचा का कैंसर (SKIN CANCER)
त्वचा या स्किन का कैंसर स्त्री और पुरुष दोनों को अपना शिकार बनाने वाला सबसे सामान्य प्रकार का कैंसर है. हर साल लाखों स्त्री-पुरुष इस कैंसर के शिकार होते हैं. अगर आपको त्वचा के कैंसर से बचना है तो तेज धूप और प्रदुषण से खुद को बचाना होगा.
लक्षण:
- गर्दन, माथे, गाल और आंखों के आसपास जलन.
- स्किन पर कई हफ्तों तक धब्बे पड़ना.
- स्किन में बदलाव होना.
- धूप में रहने पर खुजली भी होना.
बचाव:
- जब भी बाहर निकलें शरीर को ढक कर निकलें.
- स्किन पर अगर दाग हो तो डॉक्टर को जरुर दिखाएं.
- इसके अलावा पानी खूब पीएं
प्रोस्टेट कैंसर (PROSTRATE CANCER)
प्रोस्टेट कैंसर शरीर की पौरुष ग्रंथि में होनेवाला कैंसर है. यह पुरुषों को तेजी से अपना शिकार बना रहा है. खास बात यह है कि इस कैंसर के बारे में काफी देर से पता चलता है और जानकारी नहीं मिलने से लोग गलत इलाज कराते रहते हैं. यही वजह है कि यह कैंसर काफी तेजी से फैल रहा है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि हालात ऐसे ही रहे तो इस कैंसर के मरीज अगले कुछ ही साल में दोगुने हो जाएंगे.
लक्षण:
- पेशाब की धार का पतला होना.
- पेशाब करने में असमर्थता.
- वीर्य में खून आना.
- कमर के नीचे के इलाके में या हड्डियों में दर्द.
बचाव:
- ताजे फल और सब्जियों का सेवन.
- कसरत करना.
- वजन कंट्रोल में रखना.
- खाद्य-सप्लिमेंट न लें.
- लक्षणों का पता चलते ही डॉक्टर से मिलें.
पैनक्रियाटिक कैंसर (PANCREATIC CANCER)
पैनक्रियाटिक कैंसर यानी अग्नाश्य में होनेवाले कैंसर. यह कैंसर दोनों पुरुष और महिलाओं को हो सकता है. इस कैंसर से व्यक्ति की भूख बाधित होती है. लगातर कमजोरी, मन खराब रहना, उल्टियां होना और पेट में हर समय जलन बने रहने की दिक्कत होती है. यह कैंसर आमतौर पर अधिक कार्बोहाइड्रेट फूड और रेड मीट के सेवन से होता है. साथ ही प्रदूषण वाली जगह में अधिक रहना और अधिक स्मोकिंग करना भी इस कैंसर के बड़े कारण के रूप में सामने आ रहा हैं.
लक्षण:
- पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द रहना.
- स्किन, आंख और यूरिन का कलर पीला होना.
- भूख न लगना.
बचाव:
- अगर आप स्मोकिंग करते है, तो करना बंद कर दें.
- अगर आप कुछ ज्यादा ही मोटे हैं, तो मेनटेन करें.
सर्वाइकल कैंसर (CERVICAL CANCER)
गर्भाशय ग्रीवा कैंसर एक प्रकार का कैंसर है जो गर्भाशय की कोशिकाओं में होता है. गर्भाशय के निचले हिस्से में स्थित है जो योनि से जुड़ता है. गर्भाशय ग्रीवा कैंसर का एक प्रमुख कारण है जो महिलाओं में मौत का कारण बनता है. गर्भाशय ग्रीवा कैंसर तब होता है जब गर्भाशय में कोशिकाएं एचपीवी और मानव पेपिलोमावायरस के उच्च जोखिम वाले प्रकारों से संक्रमित होती हैं.
लक्षण:
- रक्तस्राव, सेक्स या फिर टेंपोन इंसर्ट करने के दौरान रक्तस्राव.
- यौन संबंध बनाने के दौरान दर्द महसूस होना, योनी से रक्तमिश्रित अनियिमित डिस्चार्ज.
- कमर, पैर में दर्द महसूस होना, थकान, वजन में कमी, भूख न लगना.
बचाव
- रेगूलर जांच कराएं.
- एचपीवी वायरस से बचाव के लिए टीके लगवाएं.